Varanasi Weather Update : मानसूनी ट्रफ के बाद भी नहीं हो रही ठीक से बरसात, निम्न वायुदाब बन रही वजह

निम्न वायुदाब का क्षेत्र तो बना हुआ है लेकिन वह उतना सघन नहीं जो बादलों को आकर्षित कर वर्षा करा सके। मानसूनी ट्रफ इस क्षेत्र से होकर गुजरते हुए भी काफी कमजोर स्थिति में है। मौसम विभाग के सैटेलाइट चित्र से मानसून का ट्रफ वाराणसी से होकर गुजर रहा है। इसके प्रभाव से बादल होने चाहिए, वर्षा होनी चाहिए, जैसा कि मौसम विभाग का पूर्वानुमान था मगर ऐसा कुछ नहीं हुआ। उल्टा ही हुआ।
मानसून का ट्रफ बुधवार के बाद गुरुवार को अपने शहर के ऊपर से होकर बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ रहा है, मगर बिल्कुल अंजान बेवफा की तरह। हाल यह कि उसके प्रभाव कहां बादल घिरते, छींटे पड़ते, मगर मौसम विभाग के इस अनुमान को धता बताते चला गया मौसम, उल्टे सुबह से धूप निकली। बादलों संग अठखेलियां खेलती रही। 98 प्रतिशत आर्द्रता से उपजी उमस से लोग पसीने-पसीने होते रहे मगर नहीं पसीजा मौसम का मिजाज।
वरिष्ठ मौसम विज्ञानी प्रो. एसएन पांडेय ने बताया कि मौसम विभाग के सैटेलाइट चित्र से मानसून का ट्रफ वाराणसी से होकर गुजर रहा है। इसके प्रभाव से बादल होने चाहिए, वर्षा होनी चाहिए, जैसा कि मौसम विभाग का पूर्वानुमान था मगर ऐसा कुछ नहीं हुआ। उल्टा ही हुआ। सारी परिस्थितियां होते हुए वर्षा का न होना, प्रो. पांडेय के अनुसार, मानव की करनी का फल है। कंक्रीट के जंगलाें में तब्दील धरती बादलों को वह मिजाज नहीं दे पा रही, जिससे वे वर्षा कर सकें, वह आगे बढ़ जा रहे। बीएचयू के मौसम विज्ञानी प्रो. मनोज श्रीवास्तव बताते हैं कि मानसूनी ट्रफ इस क्षेत्र से होकर गुजरते हुए भी काफी कमजोर स्थिति में है।
बहरहाल बुधवार को निकली धूप के चलते अधिकतम तापमान में 24 घंटे की अपेक्षा 1.4 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हुई जो सामान्य से दो डिग्री अधिक रही। इसके 35.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। बादलों की विरलता कम होने न्यूनतम तापमान 24 घंटे में 2.2 डिग्री कम होकर सामान्य से एक डिग्री नीचे 25.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।