वाराणसी को अबतक मिल चुके 2182.24 करोड़ के निवेश प्रस्ताव

129 उद्योग समूहों ने दिखाई निवेश में रुचि, 11 हजार से ज्यादा रोजगार सृजन की उम्मीद
– फूड प्रोसेसिंग, कृषि, टेक्सटाइल, पॉवरलूम, सर्विस आदि सेक्टर में उद्यमी करना चाह रहे हैं निवेश
वाराणसी, 31 दिसंबर। यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से पहले वाराणसी में उद्योग समूहों ने 2182.24 करोड़ के निवेश को लेकर इच्छा जाहिर की है। माना जा रहा है कि इस प्रस्ताव को अगर धरातल पर उतार लिया गया तो, इससे 11784 लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर रोज़गार मिल सकेगा। वाराणसी में अबतक 129 उद्योग समूहों ने निवेश में रुचि दिखाई है। इसमें एमएसएमई सेक्टर में निवेश के सबसे ज्यादा ऑफर हैं।
उत्तर प्रदेश की नई औद्योगिक नीति नए साल में औद्योगिक विकास की नई इबारत लिखने जा रही है। योगी सरकार उत्तर प्रदेश को ब्रांड यूपी के रूप में विकसित कर रही है। सरकार की ओर से 10 से 12 फरवरी तक ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन होने जा रहा है, जिसमें विभिन्न सेक्टर में निवेश को लेकर देश-विदेश से निवेशक जुटेंगे। सरकार का लक्ष्य 24 से ज्यादा सेक्टर में 10 लाख करोड़ से ज्यादा के निवेश पर है। वहीं एमएसएमई में निवेश के लिए सरकार द्वारा उद्यमियों को सुविधाएं और सब्सिडी भी दी जा रही है। इधर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी निवेशकों ने अच्छे खासे निवेश को लेकर इच्छा जाहिर की है।
वाराणसी के संयुक्त आयुक्त उद्योग उमेश सिंह ने बताया कि बनारस में 2182 .24 करोड़ के निवेश के लिए अभी तक 129 उद्योगों ने रूचि दिखाई है। इससे 1,1784 लोगों के लिए रोजगार का सृजन होगा। निवेशक अलग-अलग सेक्टर में निवेश करने को इच्छुक हैं। औद्योगिक निवेश एवं रोजगार प्रोत्साहन नीति में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को लेकर कार्ययोजना तैयार की गई है। संयुक्त आयुक्त उद्योग ने बताया कि सेवा और उद्योग दोनों ही क्षेत्र के उद्यमी को निवेश के लिए सरकार की योजनाओं का प्रचार प्रसार किया जा रहा है। वाराणसी में अभी और निवेश आने की पूरी सम्भावना है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए वाराणसी को मिले 4000 करोड़ के निवेश के लक्ष्य को जल्द पूरा कर लिया जाएगा।