
वाराणसी समेत पूर्वांचल के जिलों में अब चारों तरफ चुनावी माहौल है। सोमवार को सातवें चरण के चुनाव में नामांकन के पांचवें दिन काफी गहमागहमी है। चुनाव में लोगों को आकर्षित करने के लिए प्रत्याशी तरह- तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। अनूठे एवं निराले अंदाज में प्रत्याशी नामांकन के लिए पहुंच रहे हैं। कोई प्रत्याशी फूलों से सजी गाड़ी में बैठकर तो कोई नंगे पांव कलेक्ट्रेट पहुंचा।
वाराणसी में अलग अंदाज दिखा। आप प्रत्याशी एंबुलेंस में सवार होकर जबकि सपा प्रत्याशी नंगे पांव और कर्मकांड परिधान में नजर आए। दोनों प्रत्याशी अन्य दलों के प्रत्याशी और समर्थकों के लिए भी चर्चा का विषय रहे। इधर, कोई रथ पर सवार होकर आया तो कई चार पहिया वाहनों के बीच में खड़े होकर हाथ जोड़े नामांकन करने कलेक्ट्रेट पहुंचे।
कई प्रत्याशी पैदल भी पहुंचे जो गुमनामी में खो गए। कुछ तो बिना जुलूस के ही सिर्फ प्रस्तावक के साथ कलेक्ट्रेट स्थित नामांकन केंद्र पहुंचे और उनके हौसले भी बुलंद रहे। इधर, प्रत्याशियों के नामांकन जुलूस के कारण जगह-जगह पुलिस की तैनाती के बावजूद शहर की यातायात व्यवस्था ध्वस्त दिखी।
महामृत्युंजय महादेव मंदिर के महंत किशन दीक्षित को समाजवादी पार्टी ने शहर दक्षिणी से प्रत्याशी बनाया है। सोमवार को किशन दीक्षित नामांकन केंद्र तक नंगे पांव ही पहुंचे। उन्होंने कर्मकांडी परिधान (पीली धोती और कुर्ता) को धारण किया था। उनके नामांकन जुलूस में शामिल अधिकतर लोग इसी परिधान में नजर आए।
शहर उत्तरी विधानसभा से आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी डॉ आशीष जायसवाल ने लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा। वो अपना नामांकन करने के लिए एम्बुलेंस से पहुंचे। उन्होंने नामांकन के पहले कहा कि उनकी प्राथमिकता स्वास्थ्य समस्या को राजनीति में प्रथम प्राथमिकता बनाना है।
शहर दक्षिणी के भाजपा प्रत्याशी डॉ नीलकंठ तिवारी के नामांकन जुलूस में समर्थकों का हुजूम उमड़ा। समर्थकों की नारेबाजी से कलेक्ट्रेट और कचहरी परिसर के साथ ही सर्किट हाउस का इलाका गूंजता रहा।
अरविंद राजभर को शिवपुर सीट पर नामांकन कराने पहुंचे पूर्व मंत्री व सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर को देख लोग जय श्रीराम के नारे लगाने लगे। इसको लेकर नामांकन कक्ष के बाहर काफी हलचल रही। दोनों तरफ से नारेबाजी रोकने के लिए पुलिस को काफी काफी मशक्कत करनी पड़ी।