UP Chunav 2022 : कांग्रेस की पहली सूची में वाराणसी में पिंडरा से अजय राय और रोहनिया से राजेश्वर पटेल

वाराणसी, जागरण संवाददाता। पिंडरा से अजय राय और रोहनिया से राजेश्वर पटेल लड़ेंगे चुनाव। कांग्रेस ने फाइनल टिकट किया। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में कुछ अप्रत्याशित करने की संभावना के बीच में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने 18वीं विधानसभा के गठन के लिए प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है। 125 प्रत्याशियों की पहली सूची में वाराणसी से दो सीट के लिए प्रत्याशी ने नाम की घोषणा की गई।
अजय राय की प्रोफाइल : अजय राय ने महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ से स्नातक किया है। 1996 में कोलअसला से पहली बार भाजपा से विधायक हुए। यहां उन्होंने सात बार विधायक रहे उदल को हराया था। 2002 में उसी सीट पर फिर भाजपा से विधायक बने। इसी वर्ष अजय राय प्रदेश सरकार में सहकारिता मंत्री भी रहे। 2007 में बीजेपी से विधायक हुए। 2009 में भाजपा के प्रत्याशी मुरली मनोहर जोशी के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़े। इसके बाद 2009 पिंडरा में हुए उप चुनाव में फिर से निर्दल प्रत्याशी के तौर पर विधायक चुने गए। इसी साल इन्होंने कांग्रेस ज्वाइन किया। 2012 में कांग्रेस से इसी सीट पर विधायक चुने गए। 2014 में पीएम मोदी के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़े। वर्ष 2017 में कांग्रेस से पिंडरा से विधायकी का चुनाव लड़े लेकिन हार का सामना करना पड़ा । 2014 में लोकसभा चुनावों में भी अजय राय के नाम पर लंबे समय तक कांग्रेस में सस्पेंस बना रहा। मगर आखिरी चरणों में उनको चुनावी समर में उतारा गया था। इस बार भी प्रियंका गांधी को उतारे जाने की चर्चाओं के बीच आखिरकार कांग्रेस ने अजय राय पर ही भरोसा जताया। पिछली लोकसभा में वह तीसरे मजबूत प्रत्याशी साबित हुए थे और उनहोंने तीसरा स्थान अरविंद केजरीवाल के बाद हासिल किया था।
कांग्रेस ने अपने जिलाध्यक्ष पर जताया भरोसा
बनारस से घोषित टिकटों में कांग्रेस ने अपने कद्दावर नेता अजय राय के साथ ही जिलाध्यक्ष राजेश्वर पटेल पर विश्वास जताया है। राजेश्वर को पटेल बहुल सीट रोहनिया से टिकट दिया गया है। वर्ष 2006 में कांग्रेस से जुड़े राजेश्वर इससे पहले जनमोर्चा से विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं। वर्तमान में 24 दिसंबर 2019 से पार्टी के जिलाध्यक्ष है। इससे पहले वह वर्ष 2013 में पार्टी की जिला इकाई जिला महासचिव भी रहे हैं। वर्ष 2007 में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। लगातार इनके मेहनत और इमानदार छवि को देखकर पार्टी ने इनके ऊपर भरोसा जताया है। बनारस में पिछड़ी जाति को पार्टी से जोड़ने में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। लगातार संगठन को मजबूत करने के लिए इन्होंने अभियान चलाया है। राजेश्वर पटेल कबड्डी के खिलाड़ी भी है। भारतीय रेलवे की नौकरी से वीआरएस (स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति) लेकर इन्होंने समाज सेवा का काम किया है।