
नई दिल्ली, 22 नवंबर (हि.स.)। रेल मंत्रालय प्रगति मैदान में आयोजित 41वें इंडिया इंटरनेशलन ट्रेड फेयर (आईआईटीएफ)-2022 के पवेलियन में ‘अयोध्या रेलवे स्टेशन’ की थीम के साथ अपनी उपलब्धियों और प्रगति को प्रदर्शित कर रहा है। यह लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
रेलवे पवेलियन में फोटो, ट्रांसलाइट, मॉडल आदि के माध्यम से विभिन्न विषयों को उनके तकनीकी और संरचनात्मक विकास के साथ प्रदर्शित कर भारतीय रेलवे के कई पहलुओं पर प्रकाश डाला गया है।
रेलवे मंडप उत्तर प्रदेश में अयोध्या रेलवे स्टेशन के नए रूप की भव्यता को दर्शाता है। यहां रेलवे खिलाड़ियों द्वारा जीते गए विभिन्न पुरस्कारों को प्रदर्शित करने वाली खेल दीर्घा के साथ ही भाप इंजन के युग से वंदे भारत और बुलेट ट्रेन की ओर बढ़ने को दिखाया गया है। ‘आजादी की रेल गाड़ी और स्टेशनों’ की थीम पर आधारित दीवारें स्वतंत्रता संग्राम और भारतीय रेलवे के बीच संबंधों को प्रदर्शित करती हैं।
साथ ही इसमें कई मॉडल भी शामिल हैं जिमसें श्री राम जन्मभूमि मंदिर से प्रेरित डिजाइन के साथ, अयोध्या रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास। भारत की पहली बुलेट ट्रेन परियोजना, मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर का साबरमती मल्टीमॉडल पैसेंजर हब और कास्टिंग यार्ड। दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे आर्च ब्रिज, प्रतिष्ठित चिनाब ब्रिज, राष्ट्रीय परियोजना उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक का हिस्सा। बीना सोलर पावर प्लांट, अपनी तरह का पहला सोलर प्रोजेक्ट जो ट्रेनों को चलाने के लिए 25 केवी ओवरहेड इलेक्ट्रिकल उपकरण पर सीधे सौर ऊर्जा उत्पन्न और आपूर्ति करता है। मेट्रो रेलवे, कोलकाता के ईस्ट-वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर का भारत का पहला अंडरवाटर (सबाकियस टनल) रेल सिस्टम हिस्सा। वंदे भारत एक्सप्रेस, भारत की पहली स्वदेशी सेमी हाई-स्पीड ट्रेन शामिल हैं।
यहां बने विशेष सेल्फी बूथ ‘आई एम एट रेलवे पवेलियन’ पर तस्वीरें खींचकर प्रत्येक यात्रा को यादगार बनाया जा सकता है।