Pakistan: अमेरिका के शीर्ष जनरल ने डेढ़ साल बाद किया रावलपिंडी का दौरा, सुरक्षा सहयोग समेत कई मुद्दों पर हुई चर्चा

इस्लामाबाद, एजेंसी। अमेरिका के एक शीर्ष जनरल ने करीब डेढ़ साल बाद रावलपिंडी में स्थित पाकिस्तानी सेना के मुख्यालय का दौरा किया। इस दौरान अमेरिका की केंद्रीय कमान के प्रमुख जनरल माइकल एरिक कुरिला ने आर्मी प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा से मुलाकात की। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, दोनों के बीच आतंकवाद विरोधी कार्यक्रमों पर चर्चा हुई। अप्रैल में नई भूमिका दिए जाने के बाद से यूएस सेंट्रल कमांड (सेंटकॉम) के कमांडर जनरल माइकल एरिक कुरिला की यह पहली पाकिस्तान की यात्रा थी।
करीब डेढ़ साल के बाद अमेरिका के शीर्ष जनरल ने किया दौरा
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, फरवरी 2021 में तत्कालीन सेंटकाम प्रमुख जनरल केनेथ मैकेंजी के इस्लामाबाद के दौरे के बाद से किसी भी शीर्ष अमेरिकी जनरल द्वारा पाकिस्तान की यह पहली यात्रा थी। हालांकि, इस दौरान दोनों सेनाओं के बीच बातचीत हुई। इससे पहले पिछले 18 महीनों में किसी भी अमेरिकी जनरल ने पाकिस्तान का दौरा नहीं किया था। बता दें कि अमेरिका की केंद्रीय कमान के प्रमुख ने 30 जुलाई को सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा के साथ बात की थी। दोनों की ये बातचीत काबुल में एक ड्रोन हमले में अल कायदा प्रमुख अयमान अल-जवाहिरी के मारे जाने से ठीक 48 घंटे पहले ये बातचीत हुई थी।
पाकिस्तानी-अमेरिकी सेना के शीर्ष अधिकारियों के बीच हुई बैठक
हालांकि, पाकिस्तान ने इस दावे को खारिज किया था कि जिस ड्रोन से अल कायदा प्रमुख मारा गया है। उस ड्रोन का इस्तेमाल पाकिस्तान से किया गया था। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान और अमेरिका के शीर्ष सैन्य कमांडरों ने बृहस्पतिवार को रक्षा और सुरक्षा सहयोग तथा आपसी हितों और क्षेत्रीय सुरक्षा के अन्य मुद्दों पर बातचीत की। इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि सेंटकॉम कमांडर की सेना प्रमुख के साथ आमने-सामने की बैठक हुई थी।
अमेरिका-पाकिस्तान के बीच बढ़ी दूरी
बता दें कि शीत युद्ध के समय से पहले से पाकिस्तान और अमेरिका के बीच लंबे समय से रक्षा संबंध हैं। एक समय में पाकिस्तान को अमेरिका का सबसे सहयोगी देश कहा जाता था। लेकिन कई मुद्दों पर दोनों देशों के रणनीतिक मुद्दों पर अलग-अलग विचार रहे हैं। हालांकि, भारत के साथ अमेरिका के बढ़ते रक्षा और सामरिक संबंधों ने पाकिस्तान को चिंतित कर दिया। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, इस्लामाबाद को लगा कि नई दिल्ली के साथ वाशिंगटन के रक्षा सौदे देश के हितों को नुकसान पहुंचाएंगे।