Mafia Brijesh Singh’s bail granted:बाहुबली बृजेश सिंह की जमानत मंजूर,पूर्वांचल में गैंगवार की आशंका,वजह है ख़ास

Mafia Brijesh Singh’s bail granted : फरवरी 2008 में उड़िसा राज्य के भुवनेश्वर से गिरफ्तार हुए माफ़िया बृजेश सिंह(Mafia Brijesh Singh) फिलहाल वाराणसी सेंट्रल जेल में बन्द है,मिली जानकारी के अनुसार क़रीब 14 साल बाद वह जेल से बाहर आने वाले है.बताते है कि बाहुबली बृजेश सिंह उर्फ अरुण कुमार सिंह पर 3 केस ट्रायल चल रहा है जिसमे से 2 मामलों में पहले ही जमानत मिल चूंकि थी,वही 21 साल पुराने मामले जनपद गाजीपुर के उसरी चट्टी हत्याकांड में हाइकोर्ट ने सशर्त जमानत की अर्जी मंजूर कर ली है. बृजेश सिंह के वकील सूरज सिंह ने बातचीत में बताया कि सिर्फ यही एक मुकदमा था जिसमे जमानत नही मिली थी.
बाहुबली के जेल से बाहर आने की ख़बर पूरे पूर्वांचल(Purvanchal) में अब आग की तरह फैल रही है तो वही गैंगवार(Gangwar)की चिंता भी जानकारों को सता रही है ऐसा क्यों है आज हम इस पोस्ट के जरिये बताने की कोशिस करते हैं.
बाहुबली बृजेश के बाहर आते ही पुलिस की बढ़ेंगी मुश्किलें
बृजेश सिंह उर्फ अरुण कुमार सिंह का जन्म वाराणसी में हुआ था. उसके पिता रविन्द्र सिंह की गिनती रसूखदार लोगों में की जाती थी. सियासी तौर पर भी उनका रुतबा कम नहीं था.बृजेश का अपने पिता रविंद्र सिंह से काफी लगाव था. पिता चाहते थे कि बृजेश पढ़ लिखकर अच्छा इंसान बने. लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था. 27 अगस्त 1984 को वाराणसी के धरहरा गांव में बृजेश के पिता रविन्द्र सिंह की हत्या कर दी गई.
उनके सियासी विरोधी हरिहर सिंह ( Harihar Singh)और पांचू सिंह ने साथियों के साथ मिलकर उनकी हत्या को अंजाम दिया था. पिता की मौत ने बृजेश सिंह के मन में बदले की भावना को जन्म दे दिया. वो अपने पिता की हत्या का बदला लेने के लिए बेताब था. 27 मई 1985 को रविंद्र सिंह का हत्यारा हरिहर सिंह बृजेश के सामने आ गया. उसे देखते ही बृजेश ने उसे मौत के घाट उतार दिया.यह कहानी यही खत्म नही हुई.माफिया मुख्तार अंसारी और बृजेश सिंह की दुश्मनी तो जग जाहिर थी ही कि बृजेश सिंह का एक और बड़ा दुश्मन इंद्रदेव सिंह उर्फ बीकेडी भी सामने आया और ये बात तब चर्चा में आई जब वर्ष 2013 में बृजेश सिंह के चचेरे भाई सतीश सिंह की खेत जाते समय अलसुबह चौबेपुर के धौरहरा गांव के हत्या कर दी गयी.
इस हत्या कांड में इंद्रदेव सिंह उर्फ बीकेडी का हाथ होना बताया गया.इसके पहले 4 मई 2013 की रात वाराणसी जिले के अर्दलीबाजार टकटकपुर में अंधाधुंध फायरिंग हुई और यह फायरिंग बीकेडी ने माफिया बृजेश के करीबी माने जाने वाले अजय सिंह खलनायक और उनकी पत्नी मीरा सिंह के वाहन पर की जिसमे दोनों को गोली लगी थी जिन्हें इलाज के बाद चिकित्सक द्वारा बचा लिया गया था.बता दें जिस हरिहर सिंह की हत्या का आरोप बृजेश सिंह पर लगा है वह इंद्रदेव सिंह(indradev singh) उर्फ बीकेडी(box gang) के पिता है पुलिस को आज भी बीकेडी की तलाश है इस पर 1 लाख का इनाम भी रखा गया है इसलिए कही न कही पुलिस को भी गैंगवार की आशंका देखते हुए मुश्किल में डाल दिया है.
माफिया डॉन बृजेश सिंह को हाइकोर्ट ने दी सशर्त जमानत,दिनदहाड़े तत्कालीन विधायक रहे मुख्तार अंसारी के काफिले पर हुआ था हमला
15 जुलाई वर्ष 2001 को मऊ सदर के तत्कालीन विधायक बाहुबली मुख्तार अंसारी(mafia mukhtar ansari)अपने विधानसभा क्षेत्र में जा रहे थे आरोप है कि दोपहर 12:30 बजे गाजीपुर के मोहम्मदाबाद के उसरी चट्टी में उनके काफिले पर जानलेवा हमला किया गया था इसमें मुख्तार के गनर सहित तीन लोग मारे गए और 9 लोग घायल हुए थे मुख्तार ने बृजेश सिंह और त्रिभुवन सिंह को नामजद करते हुए 15 अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया था पुलिस ने कोर्ट में चार आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था. इनमें से दो की ट्रायल के दौरान मौत हो गई.इसी मामले में बृजेश सिंह को हाइकोर्ट(Highcourt) ने सशर्त जमानत दे दी है.
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