Flood in Varanasi : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वाराणसी के कमिश्नर से फोन पर की बात, बाढ़ की ली जानकारी

वाराणसी : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को कमिश्नर दीपक अग्रवाल को फोन कर बाढ़ से प्रभावित अपने संसदीय क्षेत्र काशी की जनता की स्थिति की जानकारी ली। गंगा व वरुणा के बढ़ते जलस्तर की वजह से लोगों के विस्थापन पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि लोगों को हर संभव सहायता मुहैया कराई जाए। जान माल की सुरक्षा के सभी उपाय किए जाएं। राहत शिविरों में लोगों के खाने पीने के इंतजाम हों। किसी भी तरह की कमी न रखी जाए। किसी भी विशेष सहायता की आवश्यकता महसूस हो तो बिना देर किया मुझे अवगत कराएं।
कमिश्नर ने प्रधानमंत्री को बढ़ते नदियों के जलस्तर के बारे में पूरी जानकारी दी। इसके साथ ही राहत शिविरों की व्यवस्था और प्रशासनिक तैयारियों की जानकारी भी दी।
प्रधानमंत्री के फोन आने के दौरान कमिश्नर व जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा बाढ़ क्षेत्र का मौका मुआयना कर रहे थे। प्रधानमंत्री के फोन आने के बाद पूरी मशीनरी अलर्ट हो गई। कंट्रोल रूम से लगायत बाढ़ चौकियां तक अधिकारियों की निगरानी शुरू हो गई। शिविरों में समय से भोजन मुहैया कराने के लिए राजस्व विभाग दोपहर से ही जुट गई थी।
कमिश्नर, डीएम ने बाढ़ क्षेत्र का किया मुआयना, मातहतों को किया अलर्ट
कमिश्नर दीपक अग्रवाल और जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बुधवार को बाढ़ क्षेत्रों और सरैया, ढेलवरिया सहित अन्य बाढ़ राहत शिविरों का निरीक्षण किया। शिविर में मौजूद अधिकारियों को निर्देशित किया कि शिविर में रहने वालों को समय से भोजन आदि की व्यवस्था सुनिश्चित कराएं। इस कार्य में कोई चूक नहीं होनी चाहिए। कमिश्नर ने राजस्व विभाग समेत सभी अधिकारियों को बाढ़ को लेकर अलर्ट किया। कहा कि सभी बाढ़ क्षेत्र का दौरा करें। दूसरी तरफ जिलाधिकारी ने बाढ़ क्षेत्रों के लिए अफसरों की तैनाती कर जिम्मेदारी सौंपी।
जिले में कुल 40 बाढ़ राहत शिविर चिह्नित हैं। इसमें से 11 शिविर सक्रिय कर दिए गए हैं। बाढ़ राहत शिविर में गुरुवार को कुल 280 परिवार के 1290 लोग ठहरे हैं। इसमें 12 वर्ष से कम बच्चों की संख्या 382 एवं वृद्धों की संख्या 132 है। कमिश्नर ने शिविर में साफ बिस्तर, प्रकाश, शौचालय, मेडिकल सुरक्षा आदि व्यवस्था तत्काल करने का निर्देश दिया। शिविर में विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को तैनात कर दिया गया है। प्रत्येक बाढ़ राहत शिविर पर उप जिलाधिकरी, अपर नगर मजिस्ट्रेट, तहसीलदार व नायब तहसीलदार को नोडल बनाया गया है। सभी राहत शिविरों के कुल 40 मेडिकल टीम गठित किया गया है। जिलाधिकारी ने बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में पशुओं के लिए भूसा आदि के मुकम्मल इंतजाम के निर्देश दिए हैं। राहत शिविरों में पशु चिकित्साधिकरियों की भी तैनाती की गई है। 117 पशुओं का उपचार का भी दावा किया गया। जिला प्रशासन का अनुमान है कि अभी जलस्तर में वृद्धि होगी।
बाढ़ से प्रभावित
-शहरी क्षेत्र : 16 वार्ड प्रभावित
-जिले में : 51 गांव प्रभावित
-आबादी – 6648 प्रभावित
-सहायता कैंप- 11 संचालित
-बाढ़ राहत शिविर में- 1290 लोग
-बाढ़ से विस्थापित -1374
-111.836 हेक्टेयर फसल प्रभावित