Flood In Ganga : वाराणसी में गंगा ने पकड़ी वापसी की राह, तटवर्ती इलाकों में छोड़ती जा रहीं दुश्वारियां

गंगा नदी का जलस्तर लगातार कम हो रहा है, नदी का जलस्तर लगातार कम होने के बीच अब तटवर्ती इलाकों में बाढ़ का स्तर घटते ही गाद और कीचड़ की अधिकता हो रही है। इसकी वजह से बदबू और कचरे की एक खेप तटवर्ती इलाकों में बदबू और आवाजाही में बाधा का दौर भी लोगों को दुश्वारी दे रहा है। दूसरी ओर बाढ़ के बाद तटवर्ती इलाकों में घरों के गिरने और नमी से चटकने और बाढ़ से आई नमी की वजह से घरों के विकृत होने का सिलसिला शुरू हो गया है।
बाढ़ की वजह से अब तटवर्ती इलाकों में पलायन कर चुके लोगों की घर वापसी का दौर शुरू होने की ओर है। हालांकि, अभी गंगा का जलस्तर मात्र आधा मीटर तक ही घटने की वजह से लोगों को काफी दुश्वारी बनी हुई है। बारिश होने और आगे बाढ़ दोबारा आने की संभावनाओं को देखते हुए तटवर्ती इलाकों के लोगों में संशय का माहौल बना हुआ है। घरों से पलायन कर चुके लोग अब पानी घटने के बाद भी इसी वजह से घर वापसी नहीं कर पा रहे हैं। जबकि, खाली पड़े घरों में चोरों की आहट की वजह से परिवार का एक सदस्य दुश्वारियों के बीच भी घर की रखवाली कर रहा है।
गंगा का रुख घटाव की ओर : गंगा नदी का रुख लगातार घटाव की ओर है। सुबह आठ बजे केंद्रीय जल आयोग द्वारा राजघाट पर लिए गए आंकड़ों के अनुसार गंगा नदी का जलस्तर अब 12 घंटों में 11 सेंटीमीटर तक कम हो चुका है। सुबह आठ बजे गंगा नदी का जलस्तर 69.20 मीटर पर आ चुका है। यह चेतावनी बिंदु से करीब एक मीटर कम है। जबकि सोमवार को वाराणसी में तीन मिमी तक बारिश भी दर्ज की गई है। जिले में गंगा का चेतावनी स्तर 70.262 मीटर है तो दूसरी ओर खतरा बिंदु 71.262 मीटर पर बना हुआ है। नदी का ट्रेंड स्थिर है तो जलस्तर में मामूली कमी भी देखी जा रही है।