रमना में छह टन कचरे से बना तीन टन चारकोल, हरित कोयला परियोजना का पहला ट्रायल सफल

वाराणसी। रमना में हरित कोयला परियोजना पहले ट्रायल में सफल हो गई है। छह टन कचरे से तीन टन चारकोल बनाया गया। इससे एनटीपीसी प्रबंधन बेहद गदगद है। वहीं कनिश्नर कौशलराज शर्मा भी लगातार इसकी समीक्षा कर रहे हैं। परियोजना के एक यूनिट को हर हाल में जून तक चालू कर देने का प्लान है।
एनटीपीसी रमना में 16 एकड़ जमीन में तीन हरित योजना यूनिट लगाएगा। प्रत्येक यूनिट की क्षमता 200 टन होगी। पहली यूनिट का ट्रायल किया। इसमें सफलतापूर्वक छह टन कचरे से तीन टन चारकोल बना लिया गया। एनटीपीसी विद्युत व्यापार निगम लिमिटेड के सीनियर मैनेजर आशीष रंजन बताते हैं कि मकर संक्रांति के बाद एक बार फिर यूनिट का ट्रायल किया जाएगा। इसके बाद इसको पूर्रूप से संचालित करने का निर्णय लिया जाएगा।
एनटीपीसी कूड़ा सेग्रीगेशन के लिए भी सेग्रीगेशन प्लांट लगाएगा। इससे कूड़े के कैलोरीफिक वैल्यू को लेकर उच्च गुणवत्ता वाला चारकोल तैयार किया जा सके। प्लांट में लगी मशीनें कूड़े के ढेर से उन पदार्थों को निकाल लेंगी, जिनमे चारकोल निर्माण के लिहाज से एनर्जी नहीं है।