भूकंप आने पर एक मिनट में दो सौ किलोमीटर तक कांपती है धरती, इसी वक्त मिलेगा अलर्ट

वाराणसी। बारिश अथवा मौसम में बदलाव की भांति भूकंप को लेकर दो-चार घंटे पहले अलर्ट जारी करना संभव नहीं है। भूंकपे के डेटा के काफी अध्ययन के बाद वैज्ञानिकों ने दावा किया है इसका अलर्ट भूकंप आने से मात्र एक मिनट पहले जारी किया सकेगा। भूकंप आने पर एक मिनट के अंदर 200 किलोमीटर तक धरती हिल जाती है। उतनी दूरी तक भूकंप का कंपन पहुंचने में 1 मिनट का समय लगता है।
बीएचयू के जियो फिजिक्स डिपार्टमेंट आयोजित में वर्कशाप में भूकंप पर चर्चा की गई। इस दौरान आईआईटी मुंबई के वैज्ञानिक डा. डॉ. आनंद सिंह ने बताया कि धरती की सतह के नीचे वाले हिस्से यानी कि क्रस्ट के बारे में पूरी जानकारी दी। बताया कि भूकंपीय तरंगों यानी कि कंपनों के डिफरेंस के आधार पर चेतावनी प्रणाली विकसित की जा रही है। व्याख्यान के पहले सेशन में उन्होंने कहा कि भूकंप आने के बाद धरती सतह पर मानव निर्मित निर्माण जैसे कार्यों को रोका जा सकता है। खनन, रेलवे, बड़ी इमारतें आदि को खाली कराकर लोगों की जान बचाई जा सकती है।
उन्होंने कहा कि भूकंपीय डेटा के आधार पर आपदा से पहले काफी हद तक अलर्ट जारी करके दुर्घटना में होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है। भूकंप के बारे में सॉफ्टवेयर के बारे में भी जानकारियां दी गईं।