China-Taiwan Conflict: अमेरिका के विदेश विभाग का दावा- ताइवान जलडमरूमध्य में यथास्थिति को बदलना चाहता है चीन

वाशिंगटन, एजेंसी। China-Taiwan Conflict- चीन-ताइवान के बीच लगातार हालात बिगड़ते जा रहे हैं। इस बीच अमेरिकी विदेश विभाग ने चीन को लेकर बड़ा दावा किया अमेरिकी विदेश विभाग ने सोमवार को कहा कि चीन ताइवान जलडमरूमध्य में यथास्थिति को बदलना चाहता है। एक मीडिया ब्रीफिंग में अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि कुछ समय के लिए यह स्पष्ट हो गया है कि एक पक्ष है जो यथास्थिति को बदलना चाहता है।
यथास्थिति को चुनौती दे रहा है चीन- नेड प्राइस
नेड प्राइस ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका-ताइवान नहीं बल्कि यह चीन है, जो यथास्थिति को चुनौती दे रही है और उसको नष्ट करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने आगे कहा कि इस महीने की शुरुआत में ताइवान का दौरा करने वाले कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल को हाल ही में उत्तेजक और पूरी तरह से अनावश्यक प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ा था। उन्होंने आगे कहा कि अमेरिकी सांसदों की ताइवान यात्रा वाशिंगटन की लंबे समय से चली आ रही और द्विदलीय नीति के अनुरूप है।
ताइवान का दौरा जारी रखेगा अमेरिका- नेड प्राइस
प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस के सदस्य व प्रतिनिधिमंडल कई दशकों से ताइवान का दौरा करते आए हैं और वे ऐसा करना जारी रखेंगे। कांग्रेस के लगभग 10 से अधिक प्रतिनिधिमंडल इस वर्ष अकेले ताइवान का दौरा कर चुके हैं। ताइवान का दौरा करने वाले कांग्रेस के सदस्य पूरी तरह से हमारी एक चीन नीति के अनुरूप हैं। लेकिन हमने देखा कि चीन ने इस महीने की शुरूआत में पूरी तरह से ओवररिएक्ट किया। नेड प्राइस ने इस बात को रेखांकित किया कि अमेरिका को अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार क्षेत्र में उड़ान, नौकायन को संचालन से नहीं रोका जाएगा।
अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल के ताइवान दौरे ने बढ़ाई चिंताएं
बता दें कि अमेरिकी विदेश विभाग का यह बयान अमेरिकी कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल के ताइवान दौरे के बाद आया है। सीनेटर एडवर्ड मार्के के नेतृत्व में अमेरिकी कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल ताइवान दौरे पर पहुंचा था। इससे पहले अमेरिकी हाउस स्पीकर नैंसी पेलोसी ने ताइवान का दौरा किया था। जिसके बाद चीन की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया देखने को मिली थी। इस बीच, चीन की सेना ने कहा कि उसने ताइवान के पेंघू द्वीपों के पास फिर से सैन्य अभ्यास किया है।