Central Vista : नवनिर्मित संसद भवन की शोभा बढ़ाएगा मीरजापुर का कालीन, न्यूजीलैंड वूल से किया गया तैयार

दियों से प्रसिद्ध विंध्यनगरी के कालीन ने एक बार फिर देश-प्रदेश में मीरजापुर की शान बढ़ाई है। ओडीओपी में शुमार यहां का कालीन अब देश की सर्वोच्च पंचायत के नवनिर्मित भवन सेंट्रल विस्टा की शोभा बढ़ाएगा। इसके लिए प्रतिष्ठित ओबीटी कंपनी से तकरीबन पांच करोड़ रुपये में 4400 वर्ग मीटर के 290 कालीन भेजा जा रहा है। रिकार्ड समय छह माह में संसद भवन के लिए कंपनी में तेजी से बेहतर गद्दीदार कालीन तैयार किया गया।
विंध्यनगरी के कालीन-दरी का जलवा पहले से कायम है। वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट के तहत पंजीकृत कर प्रदेश सरकार ने यहां के व्यवसाय को नया आयाम दिया। इसके बाद से कालीन-दरी उद्योग को लेकर व्यवसायियों में प्रतिस्पर्धा बढ़ी और इस उद्योग को बढ़ावा के साथ ही बुनकरों को रोजगार भी मिलने लगा। तकरीबन चार वर्ष पहले 28 अक्टूबर 2018 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जापान
पहुंचकर वहां के तत्कालीन प्रधानमंत्री शिंजो आबे को मीरजापुर की कलात्मक कालीन-दरी भेंट किया तो विश्व पटल पर जिले की शान बढ़ी। अब एक बार फिर विंध्यनगरी के कालीन को नवनिर्मित संसद भवन सेंट्रल विस्टा के लिए चयन कर प्रधानमंत्री ने जिले के व्यवसायी व बुनकरों का गौरव बढ़ाया। तकरीबन छह माह पहले टाटा कंपनी के माध्यम से सेंट्रल एजेंसी ने ओबीटी कंपनी के कालीन को परखा।
सभी पहलुओं पर कई स्तर से जांच-परख के बाद टाटा कंपनी की ओर से अनुबंध किया गया। 15 अगस्त को नए संसद भवन के लोकार्पण की तैयारी को लेकर कालीन जल्द देने के निर्देश दिए गए। वाइस प्रेसिडेंट एकाउंट एंड फाइनेंस विवेक अग्रवाल ने बताया कि संसद भवन के लिए कालीन आपूर्ति को लेकर ओबीटी के सामने कई चुनौतियां रहीं। सिर्फ छह माह में बड़े-बड़े साइज के गुणवत्तापूर्ण कालीन तैयार करना कठिन होता है। संसद में अलग-अलग स्थानों के लिए विभिन्न आकार व डिजाइन में कालीन बनाने के लिए अच्छे बुनकरों का चयन किया गया।
न्यूजीलैंड वूल से बनाया गया सेंट्रल विस्टा के लिए कालीन
नए संसद भवन में सांसदों के स्वागत के लिए ओबीटी कंपनी ने न्यूजीलैंड से वूल (ऊन-धागे) मंगाए। इनकी कई स्तरों पर जांच की गई। प्रोडक्शन हेड सुधीर राय ने बताया कि सबसे बड़ा सेट 40-25 फीट के बनाए गए। अगर कहीं रंच मात्र भी खराबी आ जाए तो पूरा सेट बेकार हो जाता है। ऐसे में हैंडलूमों में प्रतिदिन निगरानी की जाती है। इसकी फिनिशिंग, स्ट्रेचिंग, वाशिंग बहुत ही चुनौतीपूर्ण रही। कम समय होने के कारण दो शिफ्टों में बुनकरों को लगाया गया जिससे कालीन जल्द तैयार किया जा सके।
राष्ट्रपति भवन की शोभा बढ़ा रहा कालीन
ओबीटी कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट विवेक अग्रवाल ने बताया कि वर्ष 1992 में राष्ट्रपति भवन के लिए भी कंपनी की ओर से कालीन आपूर्ति की गई। यहीं के कालीन से विज्ञान भवन की शोभा भी बढ़ रही है। उन्होंने बताया कि ओबीटी कंपनी के कालीन उत्कृष्ट व गुणवत्तापूर्ण होने से विदेशों को भी निर्यात होते हैं।
ओबीटी कंपनी से कालीन मंगाए गए हैं
‘नवनिर्मित संसद भवन सेंट्रल विस्टा के लिए ओबीटी कंपनी से कालीन मंगाए गए हैं। इससे ओडीओपी में शामिल जिले की कालीन-दरी को बढ़ावा मिलेगा। यहां के व्यापारियों व बुनकरों का मनोबल बढ़ेगा। ऐसे में यहां को लोगों के लिए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।’