
वाराणसी। 30 सितंबर 2019 में सदर तहसील में जमीन कारोबारी और ठेकेदार नितेश सिंह बबलू सिंह हत्याकांड की जांच अब सीबीसीआईडी को हैंडओवर किया गया है। बबलू के परिजनों ने होईकोर्ट में अपील की थी कि पुलिस ने निष्पक्ष जांच नहीं किया ऐसे में इस अपराध की जांच सीबीआई से करायी जाए। कोर्ट ने बजाय सीबीआई के इस प्रकरण की जांच सीबीसीआईडी को सौंपा। 30 सिंतबर को सदर तहसील में बाइक सवार दो बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। हत्याकांड को अंजाम गिरधारी उर्फ डॉक्टर और उसके एक साथी ने दिया था।
गिरधारी बीते साल 2021 में लखनऊ पुलिस के हत्थे चढ़ा और एनकांउटर में ढेर हो गया जबकि हत्याकांड को अंजाम देने वाला दूसरा बदमाश कौन था इस बात की तस्दीक अबतक पुलिस नहीं कर सकी। वहीं इस मामले में नितेश सिंह के परिजनों ने हत्याकांड के सूत्रधार के तौर पर एक पूर्व सांसद और विधायक को बताया था। हत्याकांड में पुलिस जांच और तमाम कमियों के बाद नितेश के परिजनों ने निष्पक्ष जांच के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था और मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की थी। कोर्ट ने अब इस मामले की जांच के लिए सीबीआई तो नहीं लेकिन सीबीसीआईडी को हैंडओवर किया।
ये है पूरा प्रकरण
सदर तहसील में बस संचालक, प्रॉपर्टी डीलर और ठेकेदार को बाइक सवार बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर मौत के घाट उतार दिया। घटना उस समय हुई जब तहसील में रोज की तरह काम चल रहा था। ठेकेदार को उस वक्त बदमाशों ने गोली मारी जब वह तहसील में अपनी फॉर्च्यूनर से पहुंचे थे। हथियारबंद बदमाशों ने इस हत्याकांड को उस वक्त अंजाम दिया जब एक तरफ तहसील में रोज की तरह काम चल रहा था, तभी फॉर्च्यूनर गाड़ी से ये शख्स तहसील परिसर में पहुंचा। नितेश सिंह जैसे ही अपना काम खत्म कर वापस गाड़ी में बैठने लगा वहां मौजूद बदमाशों ने उसे नमस्ते कहा और गोली मार दी। ड्राइविंग सीट पर नितेश की मौत हो गयी।