BHU के कुलपति के इफ्तार पार्टी के खिलाफ छात्रों ने मनाई परशुराम जयंती, पार्टी में शामिल लोगों की कोरोना जांच की मांग

जागरण संवाददाता, वाराणसी : बीएचयू में आयोजित इफ्तार पार्टी में कुलपति प्रो. सुधीर के जैन का जाना अब प्रशासन के लिए मुसीबत बन गया है। उसी दिन से तमाम विरोध प्रदर्शन हो रही है। इसी कड़ी में बीएचयू के छात्रों ने कुलपति आवास के बाहर विरोध स्वरूप परशुराम जयंती मनाई। इस दौरान विरोध प्रदर्शन भी किया। साथ ही कुलपति का तुतला भी दहन किया। इसे लेकर सुरक्षाकर्मियों से झड़प भी हुई।
वहीं छात्रों ने जिस इफ्तार पार्टी में कुलपति शामिल हुए थे इसमें शामिल सभी लोगों के कोरोना जांच की मांग की है।साथ कुलपति आवास को सैनिटाइज करने व आपदा प्रबंधन एक्ट के तहत कुलपति सहित सभी पर कार्रवाई की मांग की है। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में कुलपति द्वारा रोजा इफ्तार पार्टी में शामिल होने का मामला तूल पकड़ते जा रहा है। छात्र आए दिन वीसी आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
मालूम हो कि छात्रों ने कुलपति समेत विश्वविद्यालय के सभी अधिकारियों को परशुराम जयंती के कार्यक्रम में भी सम्मिलित होने का न्योता दिया था। छात्रों ने कहा कि कुलपति के निजी सचिव द्वारा यह सूचना दी गई कि कुलपति कोरोना पाजिटिव पाए गए हैं। ऐसे में छात्रों ने मांग की है कि कुलपति आवास को तत्काल प्रभाव से सेनिटाइज करके जो लोग कुलपति के संपर्क में आए हैं उन लोगों को कोरांटाइन किया जाए।
छात्रों ने यह भी कहा है कि आपदा प्रबंधन एक्ट के तहत कुलपति समेत विश्वविद्यालय के अन्य अधिकारियों पर कार्रवाई किया जाए। आरोप लगाया कि पुतला दहन कर रहे छात्रों व सुरक्षाकर्मियों में पुतले की छिना झपटी भी हुई। इस दौरान छात्रों ने जमकर नारेबाजी भी की। छात्रों ने कहा कि जब तक कुलपति लिखित रूप से माफी नहीं मांग लेते छात्र अपना विरोध दर्ज कराते रहेंगे। उन्होंने कहा कि काशी हिंदू विश्वविद्यालय को इस्लामिक विश्वविद्यालय किसी भी शर्त पर नहीं बनने दिया जाएगा। इस मौके पर मृत्युंजय तिवारी आजाद, पतंजलि पांडेय, आशीर्वाद दुबे, पल्लव सिंह, अक्षत पांडेय, अवलंब दुबे, राहुल, वैभव तिवारी, अधोक्षज आदि मौजूद थे।