Assam: AIUDF के प्रमुख बदरुद्दीन अजमल बोले- ‘हमें बुरे लोगों से नहीं कोई हमदर्दी, सरकार मार दे ऐसे लोगों को गोली’

गुवाहाटी, एजेंसी। असम के मोरीगांव में प्रशासन द्वारा अवैध मदरसे को गिराए जाने पर सियासत शुरू हो गई है। आल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) के प्रमुख बदरुद्दीन अजमल ने असम सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा पर बिना किसी पूरी जांच के राज्य के मदरसों को ध्वस्त करने का आरोप लगाया। बदरुद्दीन अजमल ने गुवाहाटी में कहा कि इन मदरसों के कई लोगों ने देश के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी है और अगर एक या दो शिक्षक दोषी पाए जाते हैं, तो पूरे समुदाय को उनके कारण जिहादी नहीं कहा जाना चाहिए।
जिहादियों पर कार्रवाई करे सरकार- बदरुद्दीन अजमल
AIUDF के प्रमुख बदरुद्दीन अजमल ने कहा कि हमें मदरसों में रहने वाले बुरे तत्वों से कोई सहानुभूति नहीं है। सरकार उन्हें जहां देखें, वहीं उन्हें गोली मार दें। उन्होंने कहा कि अगर कोई जिहादी बांग्लादेश या पाकिस्तान से भारत आता है, तो यह सरकार की जिम्मेदारी है कि वह उन्हें हिरासत में ले और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करे। बदरुद्दीन अजमल ने नागरिकों से देश में आतंकवाद को रोकने के लिए सरकार का सहयोग करने की भी अपील की।
बदरुद्दीन अजमल ने की लोगों से अपील
बदरुद्दीन अजमल ने कहा कि जैसा कि मुख्यमंत्री ने नागरिकों से किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधियों के बारे में अधिकारियों को सूचित करने की अपील की है। मैंने भी इसके लिए कहा है, लेकिन अपने व्यक्तिगत विवाद के कारण ऐसा न करें। वहीं, मदरसे को गिराए जाने के फैसले के बारे में उन्होंने कहा कि हमारे पास मुख्यमंत्री के रूप में हिमंत बिस्वा सरमा हैं, योगी नहीं। हमें उन पर बहुत भरोसा है कि बीजेपी के दूसरे मुख्यमंत्री अपने राज्यों में क्या कर रहे हैं, सीएम हिमंत बिस्वा सरमा यहां असम में नहीं करेंगे।
अवैध मदरसे पर हुई थी कार्रवाई
बता दें कि असम के मोरीगांव में प्रशासन ने गुरुवार को एक अवैध मदरसा गिरा दिया था। ये मदरसा मुफ्ती मुस्तफा का था। हाल ही में उसे गिरफ्तार किया गया था। मुफ्ती मुस्तफा पर जेहादी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लग चुका है। मुख्यमंत्री ने कहा था कि मदरसे को आपदा प्रबंधन अधिनियम और गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत ध्वस्त कर दिया गया था।