12वीं पास महिला प्रधान ने गांव को बनाया शहर जैसा:बच्चों के लिए कॉन्वेंट स्कूल और प्ले ग्राउंड; CCTV लैस कम्युनिटी हॉल में होते हैं फैसले

RCC सड़कों के साथ इंटरलॉकिंग, बच्चों के खेलने के लिए प्ले ग्राउंड और CCTV से लैस कम्युनिटी सेंटर। यह मेट्रो सिटी के किसी हाई-फाई सोसाइटी के विज्ञापन की नहीं, बल्कि हम फतेहपुर के दो गांव की बात कर रहे हैं। ये गांव हैं। बिंदकी तहसील के ग्राम पंचायत उदूपुर और हुसेपुर।
गांव की नालियां पक्की हैं। ग्रामीणों के बैठने के लिए उत्सव भवन है। आधुनिक सुविधाओं से लैस स्कूल और जल संरक्षण के लिए कुएं भी हैं। यह सब संभव हो पाया 40 वर्षीय ग्राम प्रधान ममता के जज्बे के कारण। वे महज 12वीं पास हैं।
आइए जानते हैं ग्राम प्रधान को कहां से मिला गांव की तस्वीर बदलने का आइडिया…
ग्राम प्रधान ममता देवी से दैनिक भास्कर ने बात की। ममता ने कहा, “मेरी शादी 1998 में हुसेपुर गांव में उदय राज सिंह के साथ हुई थी। जब ससुराल पहुंची तो गांव बुरी हालत में था। गांव के रास्ते दलदल और कीचड़ से भरे थे। गांव में ज्यादातर लोगों के कच्चे घर थे। मन में था कि कुछ करने का मौका मिले तो गांव को एक आदर्श गांव बना देंगे।”
”साल 2015 के पंचायत चुनाव में ग्रामीणों ने पति उदय राज सिंह के सामने प्रस्ताव रखा कि उदूपुर ग्राम पंचायत से चुनाव लड़ें। पहले तो तैयार नहीं हुए, लेकिन बाद में राजी हो गए। मुझे प्रत्याशी बनाया गया। ग्रामीणों ने बढ़-चढ़कर सहयोग दिया।”
”गांव की हालत दयनीय थी”
ममता देवी ने आगे कहा, ”मैं चुनाव भारी मतों से जीत गई, लेकिन, उस समय गांव की हालत दयनीय थी। गांव की सड़कें कच्ची थीं। नालियां गंदगी से पटी थीं। सरकारी स्कूल और पंचायत भवन जर्जर था। बच्चों के खेलने का मैदान भी नहीं था। बारातशाला भी नहीं थी। मेरे मन में कई सारी चीजें चल रही थीं, लेकिन मैंने ठान लिया था कि उदूपुर और हुसेपुर की तस्वीर बदलने की।”
2030 तक गांव को सोलर से रोशन करने की योजना
”मेरे सामने कई सारी चुनौतियां थीं। क्योंकि, प्रधानों को इतना पैसा नहीं मिलता कि एकाएक बदलाव कर दिया जाए। फिर हमने प्लान बनाया कि धीरे-धीरे विकास करेंगे। पहले हमने सड़क और नालियां बनवाईं। फिर पक्के घूर गड्ढे बनवाए। स्कूल का कालाकल्प किया। धीरे-धीरे विकास किया। इसी का नतीजा है कि 2022 में गांव वालों ने फिर से मुझे प्रधान बनाया। 2030 तक गांव को सोलर पावर से रोशन करने की योजना बनाई है, ताकि गांव बिजली पर निर्भर न रहे। अगर सरकार का सहयोग मिला तो हर घर सोलर पावर का ही इस्तेमाल होगा। “
ढाई करोड़ में किया कायाकल्प
महिला प्रधान ने बताया,” RCC और इंटरलॉकिंग सड़कें, प्ले ग्राउंड, पंचायत भवन, पक्की नालियां, उत्सव भवन और अन्य कार्य करने में करीब 2.5 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं।”
ग्रामीण बोले- हमारी जिंदगी बदल गई
गांव के रामचंद्र मिश्रा और राधा देवी समेत अन्य ग्रामीणों ने कहा, “हमारी जिंदगी में बदलाव हुआ है। प्रधान ने गांव को सोलर से रोशन करने की योजना बनाई, इससे हमें महंगी बिजली से छुटकारा मिलेगा।” गांव के आनंद सिंह का कहना है, “उदूपुर और हुसेपुर में बहुमुखी विकास हुआ है। सरकार की संचालित योजनाओं के विकास के उजाले से गांव चकाचौंध हो गया है। पहले यहां की नालियां टूटी थीं। रास्ते कच्चे थे, लेकिन जब से महिला प्रधान ममता देवी ने गांव की कमान संभाली पूरे गांव की तस्वीर व ग्रामीणों की तकदीर बदल गई है।”
मुख्य विकास अधिकारी बोले- महिला प्रधान का काम सराहनीय
मुख्य विकास अधिकारी सत्य प्रकाश का कहना है, ” ग्राम पंचायत उदूपुर की प्रधान ने अच्छा काम किया है। महिला ने जो विकास किया है वो सराहनीय है।”