सोनभद्र में एनसीएल की भूमि पर बने अवैध होटल पर चला बुलडोजर, कबाड़ कारोबारी ने किया था कब्जा

सोनभद्र, जागरण संवाददाता। जिले में शक्तिनगर बस स्टैंड पर खड़िया परियोजना की 10 बिस्वा भूमि पर बने अवैध होटल को बुधवार की सुबह एनसीएल (नार्दर्न कोल लिमिटेड) ने प्रशासन के सहयोग से गिरा दिया। विभागीय सूत्रों के अनुसार लगभग 15 वर्ष पूर्व कबाड़ के कारोबारी मुनीब गुप्ता और पप्पू यादव ने लगभग दस बिस्वा जमीन को अवैध तरीके से कब्जा करके उसे होटल का रूप दे दिया था। लंबे समय से यहां सड़क के किनारे होटल का कारोबार संचालित हो रहा था।
विभागीय अधिकारियों के अनुसार दोनों आरोपितों द्वारा सड़क के किनारे कीमती जमीन पर अवैध रूप से होटल और मकान का संचालन किया जा रहा था। उपजिलाधिकारी और क्षेत्राधिकारी की मौजूदगी में पर्याप्त फोर्स के साथ दो मंजिला होटल और दुकान को बुलडोजर से बुधवार को गिरा दिया गया। उपजिलाधिकारी शैलेंद्र मिश्रा ने बताया कि वर्ष 2012 में होटल बनाकर एनसीएल की भूमि पर कब्जा किया गया था। जिसके बाद 2020 में ध्वस्तीकरण को लेकर नोटिस भी दिया गया था, लेकिन पर्याप्त पुलिस फोर्स नहीं होने के कारण कार्रवाई नहीं की जा सकी।
एक बार फिर 30 अप्रैल को नोटिस देकर चार मई की सुबह बुलडोजर से पूरे परिसर में अवैध निर्माण को गिरा दिया गया। कब्जा मुक्त कराई गई भूमि की कीमत विभाग के अनुसार करीब पांच करोड़ रुपये की है। बुधवार की सुबह से यह कार्रवाई दो घंटे से अधिक समय तक चली, पूरा अवैध निर्माण गिराने के बाद ही विभागीय अधिकारी यहां से हटे। वहीं सुरक्षा कारणों से मौके पर भारी पुलिस फोर्स की भी तैनाती रही। इस आशय की जानकारी होने के बाद क्षेत्र में लोगों के बीच तरह तरह की चर्चा का माहौल बना रहा।
पिपरी के क्षेत्राधिकारी प्रदीप सिंह चंदेल ने बताया कि ध्वस्तीकरण के लिए दो सौ की संख्या में पुलिस फोर्स लगाई गई थी। इस दौरान क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल रहा, बड़ी संख्या में आसपास के निवासी एकत्र हो गए। फोर्स के मौजूद रहने के कारण किसी प्रकार को विरोध नहीं हुआ। आसपास की भूमि पर अवैध कब्जा करने वाले लोग भी मौके से फरार हो गए, उन्हें आशंका थी कि कहीं उनके अवैध निर्माण पर भी प्रशासन का बुलडोजर न चल जाए। क्याेंकि कई ऐसे आरोपिताें को नोटिस दिया जा चुका है। इस कारण पूरे क्षेत्र में भय का माहौल बना रहा।