वाराणसी में स्वच्छ भारत मिशन में वाराणसी में 249 गांव बनेंगे माडल, 60 मास्टर ट्रेनर बनाएंगे गांवों की कार्ययोजना

जागरण संवाददाता, वाराणसी : स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के फेज-दो की कार्ययोजना पर काम शुरू हो गया है। प्रथम फेज में जिले के 249 गांव चुने गए हैं। इन गांवों को माडल बनाया जाएगा। इसके बाद द्वितीय फेज में शेष गांवों को लेने का प्रविधान है। गांवों की कार्ययोजना बनाने के 60 मास्टर ट्रेनरों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। दक्ष ट्रेनर गांव में जाकर सर्वे करेंगेे। इसके बाद गांवों की आवश्यकता के अनुसार विस्तार से विकास के लिए प्लानिंग करेंगे।
स्वच्छ भारत मिशन फेज-1 के अंतर्गत गांवों में विकास के बहुतायत कार्य हुए हैं। इसमें खासकर दो लाख 98 हजार परिवरों के लिए व्यक्तिगत शौचालय का निर्माण कराया गया है। इसके अलावा जिले में 687 गांवों में सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया गया हैं। अब तक 206 गांवों में से 180 में ग्राम पंचातय भवन का निर्माण कराया गया है। शेष 13 गांवों में जमीन की अनुपलब्धता व विवाद के कारण पंचायत भवन का निर्माण नहीं हो सका। जिले के 694 ग्राम पंचायतों में से 488 में पहले से पंचायत भवन है। इन सभी को मरम्मत व रंग रोगन कराया गया है। वर्तमान में इन सभी पंचायत भवनों को मिनी सचिवालय के रूप में परिवर्तित करने की दिशा में कार्य हो रहा है। यह कार्य भी अंतिम दौर में है। वित्तीय वर्ष 2021-22 में प्रस्तावित आठ अंत्येष्टि स्थल में से दो का निर्माण पूरा करा लिया गया है। शेष निर्माणाधीन है।
60 करोड़ बजट मिलने की उम्मीद
वित्तीय वर्ष 2022-23 की कार्ययोजना ई ग्राम स्वराज पोर्टल पर अपलोड हो चुका है। ग्राम पंचायतों को राज्य वित्त एवं केंद्रीय वित्त आयोग से अनुमानित 60 करोड़ की धनराशि प्राप्त होने की उम्मीद है। धनराशि मिलने के बाद पंचायतें वरीयता क्रम में प्रस्तावित कार्ययोजना पर कार्य कर सकेंगी।