वाराणसी में रोपवे के बजट में रहेगा जनसुविधाओं के स्थानान्तरण का खर्च, 55 मीटर की ऊंचाई पर दौड़ेगा मंडोला

जागरण संवाददाता, वाराणसी : एनएचएआइ की नेशनल हाईवे लाजिस्टिक मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड के रोपवे की फिजिबिलिटी रिपोर्ट सौंपने के बाद विकास प्राधिकरण ने टेंडर निकाल दिया है। आवेदन करने की अंतिम तिथि 29 जून है और निविदा 30 जून को खुलेगी। इसके साथ ही वाराणसी विकास प्राधिकरण ने लोक निर्माण, नगर निगम, जलनिगम, बिजली, टेलीकाम, गेल और स्मार्ट सिटी की ओर से विकसित जनसुविधाओं के स्थानान्तरण को लेकर आने वाले खर्च का ब्योरा मांगा है। गंगा पार 8.2 किलोमीटर लंबे फोरलेन सड़क बनाने का रास्ता साफ हो गया है। लोक निर्माण विभाग ने मुख्यमंत्री को प्रेजेटेंशन के जरिए विस्तार से जानकारी दी। फोरलेन सड़क के किनारे सर्विस रोड, यात्रियों के पैदल चलने की व्यवस्था होगी। पीडब्ल्यूडी के मुख्य अभियंता संजय तिवारी ने बताया कि 2372 करोड़ से बनने वाले फोरलेन सड़क की शासन से स्वीकृति मिल चुकी है। शासन से हरी झंडी मिलते ही टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
कंपनी ने एलाइनमेंट का विस्तृत अध्ययन कर पुन: फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार कर वीडीए को सौंपी है। परियोजना में पांच स्टेशन प्रस्तावित किए गए हैं जिसमें पहला कैंट रेलवे स्टेशन, उसके बाद काशी विद्यापीठ, रथयात्रा, गिरजाघर क्रासिंग, जो कि टर्निंग स्टेशन होगा और अंतिम स्टेशन गोदौलिया पर प्रस्तावित किया गया है।
एक नजर में परियोजना
लंबाई : 3.829 किलोमीटर
लागत : 461.19 करोड़
स्टेशन की संख्या-पांच
टर्मिनल संख्या दो
मंडोला की क्षमता 10
रफ्तार : 20 किमी प्रति घंटा
संचालन : 16 घंटे
टावर की संख्या: 30
मंडोला की संख्या 228
55 मीटर की ऊंचाई पर दौड़ेगा मंडोला
-90 से 120 सेकेंड के अंतराल पर ट्राली कार की उपलब्धता
-एक तरफ से एक समय में 4500 यात्रियों की सुविधा
-जमीन से 11 मीटर ऊंचाई पर स्टेशन
निविदा निकालने के साथ आने वाले वाली सभी बाधाओं को दूर करने की पूरी कोशिश है
निविदा निकालने के साथ आने वाले वाली सभी बाधाओं को दूर करने की पूरी कोशिश है जिससे योजना को जल्द से जल्द शुरू किया जा सके। रोपवे निर्माण के दौरान विकसित शहरी सुविधाओं से संबंधित विभागों से स्थानान्तरण में आने वाले खर्च का ब्यौरा मांगा गया है जिसे फाइनल डीपीआर में शामिल किया जा सके।
-ईशा दुहन, उपाध्यक्ष वीडीए