वाराणसी में फुलवरिया फोरलेन निर्माण में घालमेल की जांच करने आई तीन सदस्यीय समिति, सेतु निगम में खलबली

शिवपुर से मंडुआडीह रोड तक बन रहे फुलवरिया फोरलेन में वरुणा पुल के एप्रोच मार्ग धंस गया। इसमें भ्रष्टाचार की आशंका जताई जा रही है। इसकी जांच के लिए सोमवार दोपहर तीन सदस्यीय समिति बनारस आ गई। इस टीम में संयुक्त प्रबंध निदेशक (निविदा कार्य कानपुर) राकेश सिंह के नेतृत्व में महाप्रबंधक (गुणवत्ता) लखनऊ रवि दत्त व मुख्य परियोजना प्रबंधक (आजमगढ़) संतराज शामिल हैं। समिति फिलहाल सेतु निगम दफ्तर में फोर लेन से संबंधित कागजात देख रही है। टीम ने बैठक कर मामले में शामिल लोगों से पूछताछ करने के साथ ही निर्माण के संबंध में जानकारी भी ली है।
इसके बाद मौके पर जाकर गड़बड़ी की जांच करेगी। वास्तव में फोर लेन में वरुणा पर बनाए जा रहे पुल के अप्रोच रोड में शनिवार को दरार पड़ गई और लगभग पांच सौ मीटर तक क्षेत्र धंस गया। दैनिक जागरण में खबर प्रकाशित होने के बाद लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद ने इसका संज्ञान लिया। साथ ही तत्काल मौके की जांच करा कर कार्रवाई का राजकीय सेतु निगम के प्रबंध निदेशक संजीव भारद्वाज को निर्देश दिया। उन्होंने प्राथमिक जांच में दोषी पाए जाने पर सहायक अभियंता ज्ञानेंद्र वर्मा और अवर अभियंता राजेश कुमार को निलंबित कर दिया। साथ ही तीन सदस्यीय समिति गठित करते हए एक सप्ताह के अंदर रिपोर्ट मांगी है ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके।
माना जा रहा है कि जांच के दायरे में पूर्व उप परियोजना प्रबंधक सूरज गर्ग समेत कई अभियंता भी आ सकते हैं। उन्हें भी पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है। इससे राजकीय सेतु निगम में अफरा-तफरी मची हुई है। रविवार को अवकाश के दिन भी परियोजना की पुरानी फाइलों को देखने के साथ अभियंतागण उसे दुरुस्त करते रहे जिससे जांच समिति को जवाब दिया जा सके। स्थलीय निरीक्षण करने के साथ कमियों को देख रहे थे जिससे पूछने पर जवाब दिया जा सके।