वाराणसी में जीएसटी टीम की कार्रवाई : ट्रक में भरे थे परचून, जांच में मिले प्लास्टिक का खिलौने व मोटर पार्ट

जागरण संवाददाता, वाराणसी : कर चोरी करने के लिए कुछ व्यापारी कई तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। वहीं वाणिज्य कर विभाग की एसआइबी (विशेष अनुसंधान शाखा) भी ऐसे लोगों पर लगाम कसती जा रही है। एक ऐसा मामला सामने आया, जिसमें ट्रक में भरकर तो मोटर व साइकिल पार्ट जा रहे थे, लेकिन बिल परचून का था। इसके अलावा ओडिसा के राउरकेला से सरिया प्रयागराज भेजी जा रही थी। प्रयागराज की जिस फर्म के यहां माल जा रहा था, उसकी जांच हुई तो पता चला कि उसने कोई माल ही नहीं मंगवाया है। इसी तरह कोलकाता से नई दिल्ली के लिए ट्रक में बीड़ी भेजी जा रही थी, जिसे टीम ने वाराणसी में पकड़ा। जांच में पता चला कि उसमें 21.45 लाख से अधिक बीड़ी स्टिक है, लेकिन बिल में मात्रा 7.77 लाख स्टिक ही दर्शाया गया था। इन तीनों मामलों में विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 35 लाख रुपये अर्थदंड वसूला है।
वाणिज्यकर विभाग एसआइबी जोन प्रथम के अपर आयुक्त मिथिलेश कुमार शुक्ला ने बताया कि राउरकेला की श्रीसत्य साईं टेडर्स फर्म ने 25.04 टन लोहे की सरिया प्रयागराज की फर्म गतिमान आयरन के लिए भेजी थी। इसे पिछले माह 13 तारीख को एसआइबी ने पकड़ लिया। इसका ई-वे बिल नहीं थी। इसके बाद इस फर्म की जांच के लिए प्रयागराज के अपर आयुक्त से अनुरोध किया गया। जांच में पता चला कि गतिमान आयरन ने कोई माल मंगाया ही नहीं है। राउरकेल की फर्म ने सरिया का बिल पर 9.75 लाख ही मूल्य डाला था जबकि बाजार भाव के मूल्यांकन के बाद इसका मूल्य 15.24 लाख आंका गया। इसके आधार पर विभाग ने 17.73 लाख रुपये अर्थदंड जमा कराया। यह राशि फर्म ने ड्राइवर के हाथों 10 मई को मुहैया कराई।
वहीं मुर्सिदाबाद की एेनुल बीड़ी फैक्ट्री का माल लेकर एक ट्रक कोलकाता से नई दिल्ली के लिए चला, जिसे एसआइबी ने जीटी रोड हाईवे पर आठ मई को ही पकड़ लिया। कंपनी ने बिल में मात्र 7.77 बीड़ी स्टिक ही दर्शाया था, जबकि इसमें 21.45 लाख से अधिक स्टिक पाई गई। इसी ट्रक में तनुता बीड़ी फैक्ट्री का भी माल था। इसके बिल में 3.70 लाख स्टिक दर्शाया गया था, जबकि इसमें 10.56 लाख बीड़ी स्टिक पाई गई। इन माल का मूल्य 9.60 लाख रुपये निर्धारण किया गया।
इस गड़बड़ी पर कंपनी ने 16 मई को 12.29 लाख रुपये अर्थदंड जमा किया। इसके अलावा एक कंपनी ट्रक नंबर एचआर-73 बी 4213 में परचून लादकर भेजना घोषित किया गया। इसे 10 मई को लहरतारा में पकड़ा गया। जांच में पता चला कि इसमें करीब 2.65 लाख रुपये का माल था, जिसमें प्लास्टिक के खिलौने, दो पहिया वाहन की हेड लाइट, बच्चों की साइकिल आदि थी। इस गड़बड़ी पर कंपनी से 5.12 लाख रुपये अर्थदंड वसूला गया।