वाराणसी में कालोनियों में घुसा गंगा का पानी, जल स्तर चेतावनी बिंदु छूने की ओर

गंगा में बढ़ाव से पानी रविवार को सामने घाट स्थित ज्ञान प्रवाह के पास स्थित नाले से होते कालोनियों की तरफ फैलने लगा है। इससे मारुति नगर, काशीपुरम्, गायत्री नगर में नाले के किनारे और ढलान की तरफ की सड़कें-गलियां जलाजल होने लगी हैं। मारुति नगर के अंतिम छोर पर सड़क पर पानी चढ़ गया है। आबादी वाले इलाकों में पानी घुसने से लोगों की बेचैनी बढ़ने लगी है।
मारुति नगर विस्तार के लोग गृहस्थी का सामान समेट कर दूसरे तल पर पहुंच अपनी व्यवस्था बनाने में जुट गए हैं। साथ ही पानी बढ़ने पर दूसरे ठिकाने तलाशने और परिवार को गांव भेजने की तैयारी की जा रही है। सीर के लौटूबीर की तरफ भी पानी बढ़ने लगा है। उधर, नगवा नाला भी भर जाने से नजदीका घरों में चिंता बढ़ गई है। गंगोत्री विहार कालोनी में पानी मंदिर तक पहुंच गया है। गंगा किनारे की फसल भी बाढ़ की चपेट में है। किसानों का सेम, बोड़ा, करेला, लौकी,मक्का पानी में डूब गया है।
मणिकर्णिका व हरिश्चंद्र घाट जलाजल, छतों व गलियों में शवदाह
गंगा का जल स्तर बढ़ने से शवदाह स्थल जलाजल हो गए हैं। मणिकर्णिकाघाट की गलियों में पानी पहुंचने से छत पर शवदाह किया जा रहा। इससे लोगों को बारी का इंतजार करना पड़ रहा। हरिश्चंद्र घाट पर सड़क प अंतिम संस्कार किया जा रहा। रमना में गंगा किनारे बना शवदाह गृह एक बार फिर बाढ़ के पानी में डूब गया है।
वरुणा के बढ़ाव से दनियालपुर इलाके के दर्जनो मकानों में घुसा पानी
गंगा के पलट प्रवाह से वरुणा नदी में भी बाढ़ आ गई है। शहर के वरुणा तटवर्ती क्षेत्र के घरों की दहलीज तक पानी पहुंच गया है। वहीं सारनाथ क्षेत्र में वरुणा नदी के तटवर्ती इलाकों रुप्पनपुर, पुल्कोहना, सलारपुर के साथ दनियालपुर में भी दर्जनो मकानों में बाढ़ का पानी घुस गया है। लोग डूबे मकान से दूर जारक पालीथिन डाल कर आशियाना का इंतजाम कर रहे हैं। पुराना पुल दनियालपुर इलाके में शशि देवी, सुनसुन राजभर, सुरेश, रमेश, प्रेमा, अर्चना देवी के घरों सहित दर्जनों मकानों में बाढ़ का पानी घुस जाने से लोग घर खाली कर वहां से निकल अन्यत्र शरण लेने को विवश हुए हैं। वही पुल्कोहना छोटी मस्जिद के पास तक बाढ़ का पानी स्थिर है।