वाराणसी के चौक पहुंचे केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला बोले- भाई हमें भी खिलाओ बनारस का मशहूर पान!

वाराणसी, जागरण संवाददाता। ‘भई, हमें भी खिलाओ बनारस का मशहूर पान!’ केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला ने जब चौक पर नन्हकू पान वाले से यह आग्रह किया तो नन्हकू अभिभूत हो पान लगाने लगे। उन्होंने इसके पहले सड़क पर ही खड़े होकर बगल के लक्ष्मी चाय वाले की दुकान पर मक्खन टोस्ट का स्वाद लिया व कुल्हड़ वाली चाय पी।
इस बीच दुकान पर बैठे लक्ष्मी के पुत्रों ने दुकान के अंदर आकर बैठ कर चाय पीने का आग्रह किया तो उन्होंने विनम्रता पूर्वक मना कर दिया। कहा कि, जहां सभी लोग खड़े हैं, वहीं मैं भी रहूंगा। कितने लोग बैठेंगे अंदर। फिर इसके बाद उन्होंने अपनी धर्मपत्नी के साथ वहीं खड़े होकर चाय की चुस्की ली और लोगों से हाल-चाल बतियाते रहे। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम से विश्वेश्वर महादेव का दर्शन-पूजन करने के बाद उनका काफिला सीधे चौक पर पहुंचा। लाव-लश्कर देख वहां लोगों की भीड़ लग गई। जो नहीं पहचानते थे, कौतूहलवश एक-दूसरे से पूछने लगे कि कौन हैं। चाय पीते व्यक्ति के केंद्रीय मंत्री हाेने की बात जान लोग उनकी सादगी देख आश्चर्यचकित थे।
इस दौरान क्षेत्रीय लोगों से बातचीत के दौरान उन्होंने बनारस की बदलती तस्वीर के बारे में भी चर्चा की और दुकानदारों से विश्वनाथ धाम कारीडोर निर्माण के पश्चात उनके व्यवसाय में निरंतर हो रही बढ़ोत्तरी के बारे में भी जाना। उनके साथ प्रदेश सह प्रभारी सुनील ओझा, महानगर अध्यक्ष विद्यासागर राय, क्षेत्रीय महामंत्री अशोक चौरसिया, क्षेत्रीय मीडिया प्रभारी नवरतन राठी, संदीप केशरी, शैलेंद्र मिश्र आदि थे।
गंगा में छोड़े दो लाख मछलियां
रिवर रैंकिंग अनुसंधान कार्यक्रम के अंतर्गत केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और दुग्ध विकास मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला सबसे पहले रविदास घाट पहुंचे। वहां उन्होंने दो लाख मछलियों के बीज गंगा में छोड़ा। कहा कि जीवनदायिनी मां गंगा हम सबकी तारणहार हैं। वह युगों-युगों से मानव जाति समेत सभी जीवों का कल्याण कर रही हैं। इसलिए हम सभी का यह कर्तव्य है कि हम मां गंगा को स्वच्छ और निर्मल बनाए रखने का संकल्प लें।
कार्यक्रम में उप महानिदेशक (मत्स्य विज्ञान) आइसीएआर डा. जेके. जेना, जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा, पुलिस कमिश्नर भी उपस्थित थे। अपने उद्बोधन में उप महानिदेशक ने मछलियों के संरक्षण में सरकार के साथ-साथ समाज की भागीदारी पर बल दिया। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के केंद्रीय अन्तर्स्थलीय मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान, बैरकपुर के निदेशक और ‘नमामि गंगे’ परियोजना के प्रधान अन्वेषक डा. बसंत कुमार दास ने स्थानीय मछुआरों को गंगा नदी में प्राप्त मछलियों और डाल्फिन के स्वास्थ्य और संरक्षण के पारिस्थितिक विषयों के बारे में जागरूक किया।
बाबा विश्वनाथ को टेका मत्था, किया सविधि पूजन
केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला श्रीकाशी विश्वनाथ धाम पहुंचे और सपत्नीक सविधि बाबा विश्वनाथ का दर्शन पूजन किया। इसके बाद उन्होंने नवनिर्मित श्रीकाशी विश्वनाथ धाम परिसर का अवलोकन भी किया। कहा कि बाबा विश्वनाथ का दर्शन कर व भव्य धाम देख आज मन आह्लादित हो गया। काशी की धरती पर आकर और बाबा विश्वनाथ का दर्शन पाकर मैं स्वयं को सौभाग्यशाली समझ रहा हूं। कहा कि बाबा विश्वनाथ से मेरी प्रार्थना है कि भारत की हर उम्मीद को सफल बनाएं।