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राजस्थान की रार, संकट में सरकार : गहलोत गुट ने रखी ये 3 शर्तें, अब दिल्ली में सुलझेगा ‘CM संकट’

राजस्थान कांग्रेस में सियासी घमासान के बीच पार्टी पर्यवेक्षक अजय माकन ने कहा- विधायक सचिन पायलट को मुख्यमंत्री न बनाने की मांग पर अड़े हैं. हाईकमान से 19 अक्टूबर के बाद फैसला लेने की मांग की गई है

राजस्थान कांग्रेस में बड़ा संकट खड़ा हो गया. अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच लंबे वक्त से चल रही खटपट अब इस रूप में सामने आई है कि गहलोत गुट के विधायकों के स्पीकर को इस्तीफ़ा सौंपने की ख़बर आई. गहलोत गुट का दावा है कि उनके साथ 92 विधायक हैं. अब राजस्थान भेजे गए कांग्रेस पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे, अजय माकन दिल्ली लौट रहे हैं. आज दोपहर ये दोनों दिल्ली लौट आएंगे. यहीं आगे की रणनीति तय होगी. इस बीच पार्टी पर्यवेक्षक अजय माकन ने कहा कि विधायक सचिन पायलट को मुख्यमंत्री न बनाने की मांग पर अड़े हैं. हाईकमान से 19 अक्टूबर के बाद फैसला लेने की मांग की गई है.

राजस्थान कांग्रेस में बड़ा संकट खड़ा हो गया. अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच लंबे वक्त से चल रही खटपट अब इस रूप में सामने आई है कि गहलोत गुट के विधायकों के स्पीकर को इस्तीफ़ा सौंपने की ख़बर आई. गहलोत गुट का दावा है कि उनके साथ 92 विधायक हैं. अब राजस्थान भेजे गए कांग्रेस पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे, अजय माकन दिल्ली लौट रहे हैं. आज दोपहर ये दोनों दिल्ली लौट आएंगे. यहीं आगे की रणनीति तय होगी. इस बीच पार्टी पर्यवेक्षक अजय माकन ने कहा कि विधायक सचिन पायलट को मुख्यमंत्री न बनाने की मांग पर अड़े हैं. हाईकमान से 19 अक्टूबर के बाद फैसला लेने की मांग की गई है.

विधानसभा का गणित  कुल सीट: 200, बहुमत: 101

कांग्रेस 108
बीजेपी 71
निर्दलीय 13
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी 3
सीपीएम 2
भारतीय ट्राइबल पार्टी 2
आरएलडी 1

 राजस्थान: सरकार के साथ

कांग्रेस : 108
निर्दलीय : 12
सीपीएम : 2
राष्ट्रीय लोकदल : 1


सूत्रों के मुताबिक- किसके कैंप में कितने नंबर?

गहलोत के साथ: 80-90
पायलट के साथ: 25-26


गौरतलब है कि अजय माकन ने आज कहा कि जो विधायक अशोक गहलोत जी के साथ थे, उनके लिए ईमानदार थे. उनमें से ही कोई बनाया जाना चाहिए. सचिन पायलट या उनके गुट से नहीं बनाया जाना चाहिए और कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी अशोक गहलोत और सबसे  बात करके फैसला लेंगी. प्रथम दृष्टि से तो ये अनुशासनहीनता ही है. जब ऑफिश्यिल मीटिंग बुलाई गई है और उसी के समानांतर अनऑफिश्यिल मीटिंग बुलाई गई है तो प्रथम दृष्टि से तो अनुशासनहीनता ही है. अब आगे देखते हैं कि क्या कार्रवाई होती है.

माकन ने ये भी कहा कि हम लोगों को या किसी को नहीं पता कि कितने विधायक थे, कौन विधायक थे, जिन्होंने इस्तीफा दिया है या नहीं दिया है. ये सभी कांग्रेस के विधायक हैं. हम उम्मीद करते हैं कि हम साथ बैठकर इसका हल निकाल लेंगे और हम वापस दिल्ली जा रहे हैं और पूरी रिपोर्ट हम कांग्रेस अध्यक्षा को सौंपेंगे

Author

  • Mrityunjay Singh

    Mrityunjay Singh is an Indian author, a Forensic expert, an Ethical hacker & Writer, and an Entrepreneur. Mrityunjay has authored for books “Complete Cyber Security eBook”, “Hacking TALK with Mrityunjay Singh” and “A Complete Ethical Hacking And Cyber Security” with several technical manuals and given countless lectures, workshops, and seminars throughout his career.

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Mrityunjay Singh is an Indian author, a Forensic expert, an Ethical hacker & Writer, and an Entrepreneur. Mrityunjay has authored for books “Complete Cyber Security eBook”, “Hacking TALK with Mrityunjay Singh” and “A Complete Ethical Hacking And Cyber Security” with several technical manuals and given countless lectures, workshops, and seminars throughout his career.

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