मऊ जेल में वर्चुअल पेशी पर बांदा जेल से जुड़े मुख्तार अंसारी, असलहा लाइसेंस मामले में हुई सुनवाई

मऊ, जागरण संवाददाता। मुख्तार अंसारी की पुराने मामले में गुरुवार को बांदा जेल से ही आनलाइन सुनवाई हुई। इस दौरान बांदा जेल से कोर्ट का लिंक कनेक्ट होने के बाद बांदा जेल प्रशासन के अधिकारियों ने मुख्तार को आनलाइन वीडियो कांफ्रेंसिंग से कनेक्ट कराया। इस दौरान जज के सामने मुख्तार की पेशी हुई तो उनके अधिवक्ता भी मौके पर मौजूद रहे। मुख्तार मामले में अदालत ने कार्रवाई शुरू की तो मुख्तार के करीबी भी इस दौरान अदालत परिसर में मौजूद रहे और सुनवाई का हिस्सा बने।
सिविल जज सीनियर डिवीजन व एमपी,एमएलए की विशेष मजिस्ट्रेट श्वेता चौधरी की आदालत में पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी की गुरुवार को वर्चुअल पेशी हुई। इसमें थाना दक्षिणटोला में फर्जी असलहा लाइसेंस संबंधित व सरायलखंसी के विधायक निधि के दुरुपयोग मामले में अगली पेशी के लिए आठ जून की तारीख नियत कर दी गई। सदर विधायक के अधिवक्ता दारोगा सिंह ने बताया कि मुख्तार अंसारी की पेशी वीडियो कांफ्रेंसिंग से 11 बजे कराई गई।
बांदा जेल अधीक्षक ने अदालत से लिंक जुड़ने पर पूर्व विधायक को पेश किया। पूर्व विधायक ने अपने लेटर पैड पर करीब आधा दर्जन लोगों को असलहा का लाइसेंस देने की संस्तुति की थी। जांच में सभी के पते फर्जी पाये गये। इस मामले में पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी सहित आधा दर्जन लोगों को आरोपित बनाया गया था। इसमे चार्जशीट भी आ चुकी है।
इस बाबत अधिवक्ता ने बताया कि इस मामले में अग्रिम कार्रवाई के लिए अदालत ने आठ जून की तारीख नियत की है। वहीं सरायलखंसी क्षेत्र के सरवां स्थित बैजनाथ महाविद्यालय को मानक के विपरीत विधायक निधि से लाखों रुपया दिया गया था। इस मामले में भी पूर्व विधायक सहित कई लोग आरोपित हैं। अधिवक्ता द्वारा चार्ज पर बहस के लिए स्थगन प्रार्थना पत्र दिया गया। न्यायालय ने इस मामले में सुनवाई के लिए आठ जून की तारीख सुनवाई हेके लिए नियत कर दी।