बलिया से वाराणसी तक गंगा किनारे बनेंगे 15 टूरिस्ट स्पाट, जल पर्यटन को विस्तार देने की तैयारी

बलिया, संग्राम सिंह। गंगा किनारे जल पर्यटन को विस्तार देने की तैयारी है। आइडब्ल्यूएआइ (इनलैंड वाटर-वेज अथारटी आफ इंडिया) ने इसके लिए वाराणसी में पांच, बलिया व गाजीपुर में चार-चार और चंदौली में दो स्थानों को टूरिस्ट स्पाट के रूप में विकसित करने के लिए चिह्नित किया है।
बलिया से वाराणसी तक जल परिवहन से जुड़ी सुविधाएं भी बढ़ाईं जाएंगी। अभी नावें तो संचालित होती हैं, लेकिन गंगा किनारे सुविधाएं नहीं होने से लोग जलमार्ग का इस्तेमाल कम ही करते हैं। चयनित स्थलों पर वेटिंग व चेंजिंग रूम बनाए जाएंगे। फ्लोटिंग जेटी बनेंगे, ताकि लोगों को नाव पर चढऩे-उतरने में परेशानी न हो।
लोगों के बैठने के लिए कुर्सियां लगाई जाएंगी। स्थलों को निखारा जाएगा। प्राधिकरण ने करीब 50 करोड़ रुपये की कार्ययोजना स्वीकृत की है। शत प्रतिशत धनराशि आवंटित हो चुकी है। ई-टेंडर फाइनल किया गया है। बीते शनिवार को दो कंपनियों को कार्यादेश जारी हुआ है। इनमें एक दिल्ली और एक वाराणसी की कंपनी कुमार एंड दास भी शामिल है। अभी गंगा का जलस्तर बढ़ा हुआ है। इसके अनुकूल होते ही कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
गंगा के तटों पर सुविधाओं को बढ़ाने की कार्ययोजना को मंजूरी मिली है
पर्यटन के दृष्टिकोण से गंगा के तट असीमित संभावनाएं लिए हुए हैं, लेकिन अभी तक इस दिशा में कुछ किया नहीं गया। अब गंगा के तटों पर सुविधाओं को बढ़ाने की कार्ययोजना को मंजूरी मिली है। दो कंपनियों को काम जल्द शुरू करने के लिए कहा गया है।
यहां बढ़ेंगी सुविधाएं
वाराणसी : रामनगर, सामने घाट, अस्सी घाट, राजघाट व कैथी
गाजीपुर : सैदपुर, चोचकपुर, कलेक्ट्रेट घाट व डुंगरूपुर
बलिया : सरायकोटा, मझौंआ, भरौली व कांसपुर।
चंदौली : बलुआ घाट समेत दो स्थान
460 किमी है बलिया-गाजीपुर-चंदौली-वाराणसी-चुनार जलमार्ग
15 स्थान विकसित किए जाएंगे
50 करोड़ रुपये खर्च होंगे