
नानपारा (बहराइच)। नगर पालिका के पूर्व चेयरमैन अब्दुल वहीद के घर आयकर विभाग की टीम ने मंगलवार को छापा मारा। आयकर विभाग की कार्रवाई लगातार 12 घंटे से अधिक चलती रही।
इस दौरान एक-एक दस्तावेज को काफी गहनता से जांचा गया। कार्रवाई के दौरान पूर्व चेयरमैन के घर से आधा किलोमीटर दूरी तक का स्थान छावनी में तब्दील रहा। इस दौरान बड़ी बरामदगी होने की भी चर्चा रही, लेकिन आयकर विभाग के किसी भी अधिकारी ने कुछ भी स्पष्ट नहीं किया। कार्रवाई से पूरे इलाके में हड़कंप मचा रहा।
नानपारा कोतवाली क्षेत्र के कसाई मोहल्ले में पूर्व चेयरमैन अब्दुल वहीद का मकान है। मकान में ही पूरा परिवार एक साथ रहता है। 2017 में पूर्व चेयरमैन बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर नानपारा से विधायक का चुनाव लड़े थे जिसमें उनको तीसरा स्थान मिला था। इस बार अब्दुल वहीद बसपा का दामन छोड़कर चुनाव से पहले साइकिल पर सवार हो गए थे।
मंगलवार की सुबह लगभग आठ बजे गोरखपुर व बनारस नंबर प्लेट की गाड़ियों से आयकर विभाग की दो टीमें पूर्व चेयरमैन के घर छापा मारने पहुंचीं। आयकर विभाग की टीम ने स्थानीय पुलिस का कोई सहारा नहीं लिया। टीम के साथ पीएसी के जवान मौजूद रहे जो पूर्व चेयरमैन के घर से पांच सौ मीटर दूर से ही आवागमन पर रोक लगा रहे थे। सुबह आठ बजे से शुरू हुई कार्रवाई रात आठ बजे तक चलती रही।
इससे पूरे नानपारा क्षेत्र में हड़कंप मचा रहा। हर कोई यह जानने के लिए बेताब रहा कि कार्रवाई क्यों की जा रही है और क्या बरामदगी हुई है। चर्चा रही कि दोपहर के बाद बड़े पैमाने पर कुछ बरामदगी हुई है। कयास लगाया जाता रहा कि भारी मात्रा में रुपये की बरामदगी हुई है, लेकिन किसी भी प्रकार की कोई अधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी। इस दौरान काफी संख्या में घर से कुछ दूरी पर भीड़ एकत्र रही, लेकिन कुछ स्पष्ट नहीं हो सका।
पूर्व चेयरमैन ने चुनाव के पहले ही सपा का दामन थामा है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि कार्रवाई की एक वजह राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता भी है। इस दौरान सपा के नेताओं का भी जमावड़ा रहा, लेकिन किसी को पूर्व चेयरमैन के घर के पास जाने की अनुमति नहीं दी गई। पीएसी के जवान पांच सौ मीटर पहले ही सबको रोकते रहे।
आयकर विभाग की टीम मंगलवार की शाम लगभग सात बजे पूर्व चेयरमैन के भाई हफीज को लेकर नानपारा के भारतीय स्टेट बैंक पहुंची। कयास लगाया जा रहा है कि भारी मात्रा में रुपये की बरामदगी होने के बाद टीम उन्हें लेकर बैंक पहुंची। वहीं, दूसरी ओर यह भी कहा जा रहा है कोई स्टेटमेंट निकालने को लेकर या पूछताछ कराने को लेकर टीम बैंक पहुंची।