
वाराणसी, जागरण संवाददाता। पूर्वांचल में मौसम का रुख लगातार बदलाव की ओर होने के साथ ही गलन का असर समूचे पूर्वांचल में व्यापक तौर पर दो दिनों से नजर आ रहा है। वहीं मौसम का रुख गलन की ओर होने के साथ ही कोहरे की जद में समूचा पूर्वांचल आ चुका है। मौसम विज्ञानी मान रहे हैं कि अब पहाड़ों पर बर्फबारी का असर पूर्वांचल तक आ रहा है। इसकी वजह से वातावरण में गलन प्रभावी हो गया है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार मौसम का रुख जल्द ही बदलेगा और कोहरे से मुक्ति मिलेगी। तापमान नए साल में पहली बार पांच डिग्री तक गिरने के बाद गलन का असर व्यापक हो चुका है।
बीते चौबीस घंटों में अधिकतम तापमान 17.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से पांच डिग्री कम रहा। न्यूनतम तापमान 5.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से चार डिग्री कम रहा। आर्द्रता अधिकतम 97 फीसद और न्यूनतम 76 फीसद दर्ज की गई। मौसम विभाग की ओर से जारी सैटेलाइट तस्वीरों में पूर्वांचल में कोहरे का दौर बना हुआ है और पहाड़ों पर बादलों की सक्रियता का दौर है। वहीं एक पश्चिमी विक्षोभ का असर बीतने के बाद दूसरे विक्षोभ का असर भी जल्द आएगा। माना जा रहा है कि गलन का यह असर सप्ताह भर में कम होगा तो बादलों का दौर दोबारा हो सकता है।
मौसम का रुख बदलाव की ओर होने के साथ ही गलन का असर मौसम का रुख तल्ख बना रहा है। पारा सामान्य से चार से पांच डिग्री तक कम हो चुका है। इसकी वजह से तापमान में कमी के साथ ही कोहरा और गलन का दौर शुरू हो चुका है। हालांकि, पश्चिमी विक्षोभ और पहाड़ों पर बर्फबारी का असर खत्म होने के बाद ही मौसम का रुख बदलेगा। मौसम विज्ञानी मान रहे हैं कि इस सप्ताह मौसम का रुख बदलेगा और आगे का रुख थोड़ा राहत भरा होगा।