ड्रामा में स्नातक पाठ्यक्रम शुरू करने वाला महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ सूबे का बना पहला विश्वविद्यालय

वाराणसी, जागरण संवाददाता। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में कई रोजगारपरक पाठ्यक्रम शुरू करने की रूपरेखा बनाई जा रही है। इस क्रम ललित कला विभाग के अंतर्गत बीड्रामा (बैचलर आफ ड्रामा) कोर्स सत्र- 2022-23 से शुरू करने का निर्णय लिया है। विद्यापरिषद से कोर्स की मंजूरी भी मिल चुकी है। संभवत: बीड्रामा कोर्स शुरू करने वाला काशी विद्यापीठ सूबे का पहला विश्वविद्यालय है।
सूबे के विभिन्न संस्थाओं में डीड्रामा यानी डिप्लोमा इन ड्रामा कोर्स संचालित होता है। विद्यापीठ में भी एक वर्षीय नाट्य डिप्लोमा का कोर्स चल रहा है। अब चार वर्षीय डिग्री कोर्स शुरू करने की तैयारी चल रही है। इस कोर्स में विद्यार्थियां को एक्टिंग, डिजाइन, निर्देशन और थिएटर की विधा में प्रशिक्षित किया जाएगा। कुलसचिव डा. सुनीता पांडेय ने बताया कि 30 अप्रैल को विद्यापरिषद की बैठक बुलाई गई है। एजेंडे में कुछ नए कोर्स शुरू करने का भी प्रस्ताव भी शामिल है।
एमए-हिंदू अध्ययन : राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत काशी विद्यापीठ ने भी एमए (हिंदू अध्ययन) कोर्स शुरू करने का निर्णय लिया है। पाठ्यक्रम की रूपरेखा बना ली गई है। अनुमोदन के लिए राजभवन प्रस्ताव भेजा गया है। राजभवन से हरी झंडी मिलने के बाद ही एमए-हिंदू अध्ययन कोर्स शुरू किया जाएगा।
मई के प्रथम सप्ताह में आनलाइन होगा प्रवेश परीक्षा फार्म : महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के स्नातक व स्नातकोत्तर के विभिन्न पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए आवेदन मई के प्रथम सप्ताह में प्रस्तावित है। विश्वविद्यालय मुख्य परिसर के साथ ही गंगापुर, भैरव तालाब व सोनभद्र परिसर के विभिन्न पाठ्यक्रमों का भी आवेदन आनलाइन किए जाएंगे। वहीं शोध प्रवेश परीक्षा फार्म जून में आनलाइन करने पर विचार किया जा रहा है
छात्रों को प्रवेश परीक्षा फार्म का बेसब्री इंतजार : काशी विद्यापीठ की प्रवेश परीक्षा फार्म पर पूर्वांचल के विभिन्न जिले से ही नहीं बिहार तक के छात्रों की निगाहें टिकी हुई है। वह प्रवेश परीक्षा फार्म का बेसब्री इंतजार कर रहे थे। यही नहीं दाखिले के फार्म को लेकर तमाम छात्रों ने पूछताछ करना भी शुरू कर दिया है।