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जामताड़ा स्टोरी : एक मैसेज और पूरा अकाउंट खाली, देश के सबसे बड़े धोखेबाजों की Inside Story

Story Highlights
  • जामताड़ा: वो जगह, जहां का एक 'हैलो' लोगों को मिनटों में बना देता है कंगाल
  • जामताड़ा स्टोरी : एक मैसेज और पूरा अकाउंट खाली, देश के सबसे बड़े धोखेबाजों की Inside Story

जामताड़ा: वो जगह, जहां का एक ‘हैलो’ लोगों को मिनटों में बना देता है कंगाल

यह पूरी कहानी मृत्युंजय सिंह के इंटरव्यू के अनुसार लिखी गयी है जो पेशे से एथिकल हैकर और साइबर एक्सपर्ट है।

जामताड़ा, झारखंड राज्य का एक जिला है। यहां बड़ी संख्या में सांप पाए जाते हैं। इन सांपों की वजह से ही इस जिले का नाम जामताड़ा पड़ा। जामताड़ा, जामा और ताड़ शब्द से बना है। दरअसल, संथाली भाषा में जामा का मतलब होता है सांप और ताड़ का मलतब होता है आवास, यानी सांपों का आवास (घर)। जामताड़ा को बॉक्साइट की खदानों के लिए भी जाना जाता है। इन सबके अलावा अब इस जिले को ‘ठगी में लिप्त’ जगह के तौर पर भी जाना जाने लगा है। कहते हैं कि अब ये जिला एक ऐसी जगह बन गया है, जहां का एक फोन कॉल लोगों को कंगाल बना देता है। 

कई साल पहले तक यह जिला पिछड़ा हुआ क्षेत्र माना जाता था। लोगों के कच्चे घर हुआ करते थे। उनके पास सुविधा के नाम पर साइकिल हुआ करती थी या बहुत हुआ तो मोटरसाइकिल। लेकिन अब सब कुछ बदल चुका है। लोगों के घर पक्के हो गए हैं, घरों के आगे कारें लगी होती हैं। मतलब ये है कि अब यहां के लोगों के पास सुख-सुविधा के नाम पर सबकुछ है और कहा यह भी जाता है कि ये सब सिर्फ उन्ही फोन कॉल की वजह से हुआ है। 

इन दिनों ऑनलाइन ठगी का नया हथकंडा बन गया है SMS या मैसेज. जिसके पीछे मॉडस ऑपरेंडी जामताड़ा मॉडल वाली ही है. कुछ लोग तो साइबर ठगी से बाल-बाल बच गए, लेकिन दिल्ली पुलिस की साइबर सेल के मुताबिक 500 से ज्यादा लोगों की किस्मत ऐसी नहीं थी

इस जगह को साइबर ठगी का गढ़ माना जाता है और ऐसा कहा जाता है कि पूरे देश में हो रही साइबर ठगी के 80 फीसदी मामले जामताड़ा से जुड़े हुए हैं। चार-पांच राज्यों को छोड़ दें तो देश का ऐसा कोई भी राज्य नहीं होगा, जहां की पुलिस साइबर ठगी के मामले की जांच के लिए जामताड़ा न आई हो। जामताड़ साइबर ठगी के मामले में एक बदनाम जिला बन कर रह गया है और खासकर इस जिले का करमाटांड़ गांव। 

मृत्युंजय सिंह हैकर के मुताबिक, जामताड़ा में साइबर ठगी की शुरुआत साल 2013 से हुई। उस समय से अब तक कई राज्यों की पुलिस जामताड़ा से सैकड़ों साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर चुकी है। इन अपराधियों के बैकग्राउंड (पृष्ठभूमि) की जांच की गई तो आय से अधिक संपत्ति का पता चला। ये वो अपराधी थे, जो लोगों को फोन कर उन्हें बेवकूफ बनाते थे और उनके खाते से पैसे अपने पास ट्रांसफर कर लेते थे। 

जामताड़ा में सैकड़ों गांव हैं और कहते हैं हर गांव के कुछ लोग साइबर ठगी में लिप्त हैं। वो पहले लोगों को फोन करते हैं और उनसे बात करके कहते हैं कि वो फलाना बैंक से बोल रहे हैं यानी जिस बैंक में उस व्यक्ति का खाता है। इसके बाद वो ठग लोगों से कहते हैं कि आपका खाता अपडेट करना है या खाता बंद होने वाला है या किसी और बहाने से उनकी बैंक से जुड़ी निजी जानकारियां ले लेते हैं और मिनटों में उनके खाते से पैसे उड़ा लेते हैं। यानी हम कह सकते हैं कि जामताड़ा का एक ‘हैलो’ लोगों को पल भर में कंगाल बना देता है।

देश में 75 करोड़ लोग स्मॉर्ट फोन इस्तेमाल करते हैं और आपकी लाइफ को स्मॉर्ट बनाने वाले मोबाइल को ही साइबर अपराधियों ने अपना सबसे बड़ा हथियार बना लिया देश की राजधानी दिल्ली में सैकड़ों लोगों के मोबाइल पर SMS या WHATSAPP के जरिए मैसेज आया, किसी मैसेज में बिजली काटने से जुड़ी जानकारी थी, किसी मैसेज में लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी रद्द होने का संदेश था तो किसी को केबीसी से जुड़ा संदेश आया. लोगों के आये मैसेज का मजमून अलग-अलग था लेकिन ठगी का ट्रैप एक जैसा.

मैसेज और लिंक का खेल
बड़ी बात ये है कि दिल्ली में ही चंद दिनों में 500 से ज्यादा लोगों ने संदेश पर दिए नंबर पर फोन घुमाया या फिर मैसेज के साथ आए लिंक को क्लिक किया और वो ठगी के जामताड़ा मॉडल के शिकार बन गए. दिल्ली के रहने वाले आदेश गुप्ता, अनिरुध गोयल, विनोद पंडिता, किरण सिंह जैसे सैकड़ों लोगों के मोबाइल पर संदेश की बीप बजी, संदेश पढ़ते कुछ पल के लिए दिमाग घूम गया. क्योंकि संदेश में लिखा था कि बिल अपडेट नहीं कराया तो आधी रात को बिजली कट जाएगी. हालांकि अनिरुद्ध गोयल को समझते देर नहीं लगी कि संदेश साइबर ठगी को अंजाम देने वाले गैंग का हैं, क्योंकि थोड़े वक्त पहले ही एक ऐसे ही संदेश ने उनके खून पसीने की कमाई को लूट लिया था.

ठगी का नया हथकंडा
दरअसल इन दिनों ऑनलाइन ठगी का नया हथकंडा यही मैसेज हैं, जिसके पीछे मॉडस ऑपरेंडी जामताड़ा मॉडल वाली ही है. पेशे से वकील किरण सिंह को भी ऐसा ही संदेश आया था. ये लोग किस्मत वाले हैं, जो बाल-बाल बच गए, लेकिन दिल्ली पुलिस की साइबर सेल के मुताबिक 500 से ज्यादा लोगों की किस्मत ऐसी नहीं थी.

22 जिलों से 66 गिरफ्तारी
दिल्ली पुलिस साइबर सेल के डीसीपी प्रशांत गौतम ने बताया कि इस तरह के मामलों में उनकी टीम ने एक्शन लिया और 22 जिलों से 66 लोगों की गिफ्तारी की गई है. पुलिस ने आरोपियों के पास से 60 डेबिट और क्रेडिट कार्ड बरामद किए और 45 मोबाइल फोन. साथ ही 9 चेक बुक और बैंक पासबुक भी बरामद की गई. इसके बाद पुलिस ने आरोपियों के 100 से ज्यादा बैंक अकाउंट फ्रीज कर दिया. हालांकि मास्टरमाइंड अभी पुलिस की गिरफ्त से दूर है, यानी वो अपना नया शिकार तलाश रहा है.

साइबर क्रिमिनल्स की असली मोडस ऑपरेंडी
फोन पर एसएमएस भेजकर ठगी कैसे की जाती है? इसका जवाब साइबर ठगी के जामताड़ा मॉडल में छिपा है. जी हां, झारखंड का जामताड़ा. नाम आपने सुना होगा. हिंदुस्तान का सबसे ख़तरनाक साइबर क्राइम हब. पलक झपकते हैं लाखों-करोड़ों की ठगी और अपराधी ग़ायब. पूरे देश में इसकी इतनी चर्चा हुई कि ओटीटी पर जामताड़ा के नाम से साइबर गुनाहों की सीरीज तक बन गई. आज तक की टीम ने उसी जामताड़ा का दौरा किया. उस थाने तक पहुंचकर पड़ताल की, कि आखिर साइबर क्राइम का नया ट्रेंड क्या है. क्रिमिनल अब किन हथकंडों का इस्तेमाल कर रहे हैं. कैसे जामताड़ा की पुलिस को देशभर से ठगी की शिकायतें मिलती हैं और क्या है साइबर क्रिमिनल्स की असली मोडस ऑपरेंडी. साइबर क्राइम कैपिटल जामताड़ा के बारे में आपको अपनी ज़मीनी पड़ताल से रू-ब-रू कराते हैं.

ठगी का शिकर बनी मशहूर हस्तियां
पहले आपको कुछ ऐसे नाम बताते हैं जो इस साइबर ठगी का शिकार बने तो लोगों को विश्वास ही नहीं हुआ. अभिनेत्री स्वरा भास्कर एटीएम में धोखाधड़ी का शिकार बनीं. इसी तरह से सोनम कपूर के रिश्तेदार हरीश आहूजा के साथ 27 करोड़ रूपये की साइबर ठगी की गई. पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की पत्नी परनीत कौर से 23 लाख रूपये की साइबर ठगी अंजाम दी गई. अभिनेता करन सिंह ग्रोवर के साथ 5.60 लाख रुपये की साइबर ठगी की गई. मशहूर अभिनेत्री शबाना आज़मी भी साइबर ठगी का शिकार बनीं. इसी तरह से अभिनेत्री शुभांगी अत्रे को भी साइबर ठगों ने नहीं बख्शा. इस तरह गायक और अभिनेता अन्नू कपूर को भी साइबर ठगों ने 4 लाख रुपये का चूना लगा दिया.

साइबर क्राइम का गढ़ बना जामताड़ा
जब इस तरह की वारदातें जांच के दायरे में आई, तो सामने आया एक ही नाम जामताड़ा. झारखंड का जामताड़ा आज पूरे देश में साइबर अपराध के लिए कुख्यात हो चुका है. आज तक की टीम इसी जामताड़ा में साइबर ठगों के हथकंडों की पड़ताल करने पहुंची थी. जामताड़ा साइबर थाने के इंस्पेक्टर बताते हैं कि अपराधियों ने अब नई मोडस ऑपरेंडी के साथ काम करना शुरू कर दिया है.

अलग-अलग तरीकों से होती है ठगी
इसमें साइबर अपराधी अब बिजली बिल के नाम पर ठगी कर रहे हैं. ये शातिर साइबर अपराधी ऑनलाइन कॉल करके लोगों को फंसा रहे हैं और सेक्सटॉर्शन भी कर रहे हैं. ये लोगों को लॉटरी और ईनाम का लालच देकर ठगी कर रहे हैं. उनके बैंक खातों, एटीएम, क्रेडिट कार्ड ब्लॉक होने का डर दिखाकर ये शातिर अपराधी ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं.

ये है साइबर ठगी की नई मोडस ऑपरेंडी
इसके लिए साइबर अपराधियों ने स्क्रीन शेयरिंग ऐप का सहारा लेना शुरू किया है. साइबर थाने में बैठे एक्सपर्ट साइबर क्रिमिनल्स के मोडस ऑपरेंडी बताते हैं. साइबर क्रिमिनल्स सबसे पहले शिकार को एक मैसेज भेजते हैं. फिर उस मैसेज में दिये गये फोन पर कॉल करने को कहा जाता है. कॉल करने पर साइबर क्रिमिनल अपने टारगेट को कुछ मोबाइल एप्लिकेशन डाउनलोड करने के लिए कहता है. मोबाइल एप्लिकेशन डाउनलोड करते ही टारगेट के मोबाइल का स्क्रीन उस साइबर ठग के साथ शेयर हो जाता है. और फिर मोबाइल की स्क्रीन के जरिये ठग अपने टारगेट की सीक्रेट जानकारियों और एटीएम पिन नंबरों तक पहुंच जाता है.

रिमोट एक्सिस एप्लिकेशंस का इस्तेमाल
साइबर एक्सपर्ट और जामताड़ा साइबर पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर नागेंद्र राय बताते हैं कि ठगों ने आज कल कई तरह के रिमोट एक्सिस ऐप्स का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है. जिसमें एनीडेस्क, टीम व्यूअर, ज्वाइन मी, फ्री कॉन्फ्रेंस कॉल, स्प्लैश शॉट जैसे कई मोबाइल एप्लिकेशंस हैं. जिनका इस्तेमाल करके ठगी की जा रही है. और अब ये भी देखा गया है कि रिमोट एक्सिस एप्लिकेशंस का इस्तेमाल करके साइबर ठग इन दिनों लोगों को सेक्सटॉर्शन कर रहे हैं.

दूसरे जिलों में बना रहे हैं ठिकाने
जामताड़ा साइबर थाने के एसएचओ अजय कुमार के मुताबिक जामताड़ा की पुलिस इन साइबर क्रिमिनल्स पर लगातार कार्रवाई कर रही है. यही वजह है कि अब साइबर क्रिमिनल्स सिर्फ जामताड़ा नहीं बल्कि आसपास के जिलों तक पहुंच गए हैं. उन्होंने वहां नए ठिकाने बना लिए हैं. साइबर क्राइम के लिए सबसे ज्यादा बदनाम है यहां का गांव करमाटांड़

पहले ही पहचान सकते हैं ठगी की दस्तक
इस तरह के साइबर अपराध से बचने के लिए सर्तक रहना जरूरी हैं क्योंकि आज देश में ज्यादातर लेन-देन ऑनलाइन होता है. ऐसे आपकी छोटी सी सावधानी, आपको साइबर ठगी की वारदात से बचा सकती है. आज से एक बात को गांठ बांध लें. याद कर लें. साइबर अपराधी मोबाइल नंबरों के जरिए संपर्क करते हैं, कभी खुद को बैंक एक्जक्यूटिव बताते हैं तो कभी किसी संस्था से जुड़ा हुआ, यहां आपको याद रखना है कि कभी भी किसी बैंक या वित्तीय संस्था से आपके आप पहले ही पहचान सकते हैं.

सेक्सटॉर्शन का खेल
जामताड़ा के रहने वाले हैदर अली को साइबर अपराधी अपने खौफनाक साजिश में फंसाना चाहते थे. इसके लिए उन्हें जाल में फंसाया गया. हैदर की फोटो को मॉफ किया गया और फिर फोटो से ब्लैकमेलिंग की कोशिश की गई. जिसे साइबर अपराध की दुनिया में सेक्सटॉर्शन का नाम दिया गया है. इसमें अपराधियों की तरफ से कोई महिला नैकेड वीडियो कॉल करती है, और उस वीडियो को रिकॉर्ड कर लिया जाता है. इसके बाद शुरू होता है ब्लैकमेलिंग का खेल यानी सेक्सटॉर्शन.

साइबर ठगी के नए-नए प्रयोग
जामताड़ा मॉडल में साइबर ठगी के नए-नए प्रयोग हो रहे हैं, जो इन दिनों देश के अलग-अलग शहरों से लोगों को शिकार बनाया जा रहा है. जामताड़ा के डीसी फैज बताते हैं कि साइबर ठग अपराध की दुनिया के बड़े खिलाड़ी हैं, पहले ट्रेन में चोरी की वारदार को अंजाम देते थे अब, शातिर साइबर अपराधी बन गए हैं. आज जामताड़ा मॉडल का नेटवर्क सिर्फ देश में नहीं बल्कि विदेश में भी मौजूद है, देश के अलग शहरों को छोड़िए, जामताड़ा के ठग अब विदेश के लोगों लोगों को भी चूना लगा रहे हैं.

छोटी सी गलती से बड़ा नुकसान
जामताड़ा के कारोबारियों ने तो ऑन लाइन पेमेंट लेना बंद कर रखा हैं, डर इस बात का है कि पता नहीं किस रूप में कहां कोई साइबर अपराधी मिल जाए, कारोबारी सौरभ की मानें तो ऐसी ठगी के लिए पेमेंट के प्लेटफॉर्म जिम्मेदार हैं. जानकार यही मानते हैं कि साइबर अपराधी लोगों को शॉट टर्म में मोटी कमाई का लालच देकर अपने जाल में फंसाते हैं. ज्यादातर मामलों में लोगों की छोटी सी गलती बड़े नुकसान की वजह बन जाती है. यानी आपको एक बात गांठ बांधकर रखनी हैं कि अब ऑनलाइन लेन-देन के वक्त हमेशा सतर्क रहना है.

पहले चोरी, अब साइबर क्राइम
साइबर क्राइम से पहले जामताड़ा रेलवे में वैगन ब्रेकिंग, पिल्फरेज यानी चोरी और नशा खिलाकर यात्रियों को लूटने के लिए बदनाम था मगर अब ये इलाका साइबर फ्रॉड के कारनामों और भोले भाले लोगों को ठगने के लिए कुख्यात है. इस तरह मामलों में अब तक 22 राज्यों की पुलिस तहकीकात के लिए इस इस इलाके में पहुंच चुकी है. सख्ती बढ़ने के साथ-साथ यहां साइबर क्राइम करने का तरीका भी बदल गया है. हालांकि ये शातिर साइबर ठग घर बनाकर यहां नहीं रहते है, ताकि पुलिस के हाथ इन तक ना पहुंच पाएं. 

विकास और निवेश पर भी असर
साइबर अपराध की वजह से जामताड़ा की छवि पूरे देश में खराब हो चुकी है. जिसका असर यहां के विकास और कारोबार पर भी पड़ रहा है. कोई इन्वेस्टर यहां निवेश नहीं करना चाहता. कोई भी कंपनी यहां नया प्रोजेक्ट लगाने से कतराती है. जो पुराने नामी गिरामी कारोबारी हैं, उनका बिजनेस भी 25 से 30 प्रतिशत तक प्रभावित हो चुका है. 

मृत्युंजय सिंह हैकर कहते हैं कि देशभर में डिजिटल क्रांति हो रही है लेकिन वे अपना एटीएम, डेबिट या क्रेडिट कार्ड तक यूज नहीं करते हैं. ऐसा करने पर उन्हें कार्ड क्लोनिंग का खतरा बना रहता है.

मृत्युंजय सिंह हैकर बताते हैं कि बीते सालभर से साइबर अपराध के केस कुछ कम हुए हैं. बीते साल जून तक 71 मामले दर्ज हुए थे. तो इस बार जून तक सिर्फ 21 केस ही दर्ज हुए हालांकि चिंता की बात ये है कि साइबर क्रिमिनल्स का जाल अब मुंबई, कोलकाता और नेपाल या अन्य शहरों में भी फैल गया है.

यह पूरी कहानी मृत्युंजय सिंह के इंटरव्यू के अनुसार लिखी गयी है जो पेशे से एथिकल हैकर और साइबर एक्सपर्ट है। मृत्युंजय सिंह हैकर वाराणसी के रहने वाले है और मृत्युंजय सिंह को VGMSecurity कंपनी के लिए जाना जाता है जो एक साइबर सिक्योरिटी कंपनी है

Author

  • Mrityunjay Singh

    Mrityunjay Singh is an Indian author, a Forensic expert, an Ethical hacker & Writer, and an Entrepreneur. Mrityunjay has authored for books “Complete Cyber Security eBook”, “Hacking TALK with Mrityunjay Singh” and “A Complete Ethical Hacking And Cyber Security” with several technical manuals and given countless lectures, workshops, and seminars throughout his career.

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Mrityunjay Singh is an Indian author, a Forensic expert, an Ethical hacker & Writer, and an Entrepreneur. Mrityunjay has authored for books “Complete Cyber Security eBook”, “Hacking TALK with Mrityunjay Singh” and “A Complete Ethical Hacking And Cyber Security” with several technical manuals and given countless lectures, workshops, and seminars throughout his career.

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5 Comments

  1. कैसे भी इन सभी साइबर क्राइम को रोकना होगा ।

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