गंगा किनारे चुनार के पत्थरों पर दिखेगी काशी की झलक, दशाश्वमेध टूरिस्ट प्लाजा का 90 फीसद काम पूरा

जागरण संवाददाता, वाराणसी : गंगा किनारे चुनार के गुलाबी पत्थरों से बने टूरिस्ट प्लाजा पर काशी की झलक दिखाई पड़ेगी। पत्थरों पर नक्काशी की गई है। टूरिस्ट प्लाजा में पर्यटकों के बैठने, खाने-पीने, बनारसी साड़ी, गुलाबी मीनाकारी, लकड़ी के खिलौने समेत जरूरी सामान एक ही स्थान पर मिलेंगे जिससे पर्यटकों को इधर-उधर भटकना नहीं पड़े। टूरिस्ट प्लाजा का करीब 90 फीसद काम पूरा हो चुका है। अंदर से फीनिसिंग का काम चल रहा। बाहर 15 फीट चौड़े और 40 फीट लंबे दीवार (म्यूरल वाल) पर सभी घाटों की झलक दिखाई पड़ेगी जिससे पर्यटक को सभी घाटों के बारे में जानकारी मिल सके।
गंगा आरती और नौका विहार करने के लिए काशी रोज हजारों की संख्या में पर्यटक आते हैं। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण होने के साथ पर्यटकों की संख्या काफी बढ़ गई है। मंदिर में दर्शन-पूजन करने के साथ पर्यटक गंगा में नौका विहार कर रहे हैं। गंगा में चल रहे दो छोटे और दो बड़े जलयान के अलावा करीब एक हजार छोटे-बड़े नाव संचालित हो रहे हैं। गंगा उस पर बालू के रेत में पर्यटक घंटों लुफ्त उठाते हैं।
दशाश्वमेध टूरिस्ट प्लाजा की खासियत
लागत : 28.69 करोड़
क्षेत्रफल: 3082.04 वर्गमीटर
कार्य प्रारंभ: 24 अगस्त-2020
कार्य पूरा : मई-2022
दुकान : 180
बजट : वाराणसी स्मार्ट सिटी लि.
कार्यदायी एजेंसी : मेसर्स चिन्मय कंस्ट्रक्शन
140 दुकानदार होंगे शिफ्ट
लोवर ग्राउंड फ्लोर पर 68 दुकान
अपर ग्राउंड फ्लोर पर 46 दुकान
बेसमेंट पर 83 दुकान
प्रथम तल पर 14 फूडकोर्ट, एक रेस्टोरेंट एवं एक आरक्षित स्थल
टैरस पर दो ओपन रेस्टोरेंट
लिफ्ट व तीन स्वचालित सीढ़ी
ग्राउंड फ्लोर पर चार वाटर प्वाइंट
स्नान घर, पुरुष व महिला शौचालय
पर्यटकों को बैठने के लिए बेंच, स्टोन फ्लोरिंग
रात में भी दमकेगा प्लाजा
दशाश्वमेध टूरिस्ट प्लाजा ऐतिहासिक व पुरातात्विक महत्व वाले मान महल की तरह दिखेगा। यह महल दशाश्वमेध घाट के सामने है। प्लाजा को और सुंदर दिखाने के लिए रात में फसाड लाइटिंग की व्यवस्था होगी।
बनारसी खान-पान का मिलेगा स्वाद
प्लाजा में पर्यटक बनारसी स्वाद का लुत्फ भी उठा सकेंगे। कचौड़ी-जलेबी के साथ ही ठंडई, लस्सी, मलइयो और बनारसी पान की दुकानें भी प्लाजा में होंगी।
पर्यटकों को आकर्षित करेगा टूरिस्ट प्लाजा
टूरिस्ट प्लाजा में मान महल का बाहरी स्वरूप पूरी तरह झलकेगा। प्लाजा में जो झरोखे आदि बनाए गए हैं, उसे भी मान महल की तर्ज पर ही चुनार के पत्थरों पर नक्काशी कर बनाया गया है, ताकि पुरातन नगरी काशी का हेरिटेज स्वरूप यहां आने वाले पर्यटकों को दिखे और उन्हें आकर्षित कर सके।
-ईशा दुहन, उपाध्यक्ष-वीडीए