
वारणसी, जागरण संवाददाता।श्रीकाशी विश्वनाथ धाम को नव्य-भव्य स्वरूप देने के बाद अब गर्भगृह की दीवारों को स्वर्ण मंडित कराया जाएगा। इसमें स्वर्ण शिखर के नीचे की बाहरी दीवारों पर भी सोने के पत्तर मढ़े जाएंगे। साथ ही बैकुंठ महादेव का शिखर भी स्वर्ण मंडित किया जाएगा।
इसके लिए मिल रहे प्रस्तावों को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने बुधवार को गर्भगृह की भीतरी व बाहरी दीवारों की नाप-जोख कराई। बांस-बल्ली बांध कर स्वर्णकारी से जुड़े कारीगरों ने इसमें लगने वाले सोने का आकलन भी किया। माना जा रहा है कि दिल्ली के एक बड़े स्वर्ण कारोबारी ने इसके लिए पहल की है। इसमें लगभग 50 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
इस दिशा में लगभग एक दशक पहले ही योजना बनाई गई थी। इसे श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर न्यास परिषद की बैठक में पारित किया गया था। दीवारों की भार वहन क्षमता परखने के लिए बीएचयू आइआइटी के विशेषज्ञों और सीबीआरआइ से परीक्षण कराया गया था। इसमें रिपोर्ट में विभिन्नता को देखते हुए योजना मूर्तरूप नहीं ले सकी। ऐसे में शासन स्तर पर ही इसे खारिज कर दिया गया था। अब हाल ही में श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के नव्य भव्य परिसर के लोकार्पण से पहले गर्भगृह की दीवारों को दुरूस्त कर लिया गया है। इसमें अभी भी पुरा विशेषज्ञ कंपनी लगी हुई है। ऐसे में अब बाबा दरबार के विस्तार व सुंदरीकरण के बाद मंदिर प्रशासन गर्भगृह की दीवारों को स्वर्ण मंडित करने की सोच को मूर्त रूप देने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि प्रस्ताव आए हैं। इस आधार पर बाबा के गर्भगृह को स्वर्ण मंडित करने के लिए सर्वे किया जा रहा है।
बाबा के गर्भगृह को स्वर्ण मंडित करने की योजना है
बाबा के गर्भगृह को स्वर्ण मंडित करने की योजना है। बुधवार को इसकी प्रक्रिया तेज हुई है। जल्द ही बाबा का गर्भगृह की आंतरिक और बाहरी दीवारों पर स्वर्ण परत मढ़ी जाएगी।
– दीपक अग्रवाल, मंडलायुक्त व अध्यक्ष, श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर कार्यपालक समिति