उत्तर भारत में हीट वेव का असर बरकरार, वाराणसी में पारा 43 डिग्री तक जा पहुंचा

Varanasi City weather Report उत्तर भारत में हीट वेव का असर बरकरार वाराणसी में पारा 43 डिग्री तक जा पहुंचा है। इस सीजन में यह सर्वाधिक तापमान होने की वजह से पूर्वांचल में गर्मियां मानी जा रही हैं कि अधिक हैं।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। पूर्वांचल में मौसम का रुख लगातार बदल रहा है। सीजन में बीते चौबीस घंटों में अधिकतम पारा पहली बार 43 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से पांच डिग्री अधिक रहा। मौसम का रुख तल्खी की ओर होने के साथ ही सीजन में यह अधिकतम तापमान दर्ज किया गया है। मौसम का रुख यही बना रहा तो आगे 45 डिग्री तक तापमान जल्द ही हो सकता है। मौसम विभाग की ओर से अगले दो दिनों तक और हीट वेव का संकेत है। इसके साथ ही पारा नए रिकार्ड की ओर भी पूर्वांचल में अग्रसर है।
बीते चौबीस घंटों में अधिकतम तापमान 43.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से पांच डिग्री अधिक दर्ज किया गया। वहीं न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जो सामान्य रहा। आर्द्रता अधिकतम 35 फीसद और न्यूनतम 12 फीसद दर्ज किया गया। मौसम विभाग की ओर से जारी सैटेलााइट तस्वीरों में अफगानिस्तान तक बादलों की सक्रियता का रुख बना हुआ है। पछुआ हवाओं का जोर बना रहा तो आने वाले दिनों में बादलों की सक्रियता का रुख हो सकता है। वहीं पुरवा हवाओं का जोर रहा तो जल्द नम हवाओं की सक्रियता पूर्वांचल में हो सकता है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में मौसम का रुख बदल सकता है। हालांकि, तब तक पूर्वांचल का मौसम शुष्क बना हुआ है। आर्द्रता कम होने की वजह से बादलों की सक्रियता नहीं हो पा रही है।
लगातार हीट वेव की सक्रियता अगले दो दिनों में खत्म होने की उम्मीद बढ़ी है। पश्चिम में पाकिस्तान तक सघन बादलों की सक्रियता का असर बना होने के साथ ही वातावरण में नमी की कमी की वजह से इसके पूर्वांचल तक पहुंचने में संदेह है। लेकिन, हवाओं का रुख बदला तो मौसम का रुख बेहतर हो सकता है। वहीं दूसरी ओर मौसम विभाग की ओर से दूसरे पखवारे में मौसम का रुख बदलने का संकेत है। इसकी वजह से तापमान में कमी और बादलों की सक्रियता पूर्वांचल में हो सकती है। वहीं माह भर के बाद मध्य मई से प्री मानसूनी बादलों की सक्रियता नजर आने लगेगी और लोकल हीटिंग की वजह से बारिश का दौर भी हो सकता है।
लगातार हीट वेव की सक्रियता अगले दो दिनों में खत्म होने की उम्मीद बढ़ी है। पश्चिम में पाकिस्तान तक सघन बादलों की सक्रियता का असर बना होने के साथ ही वातावरण में नमी की कमी की वजह से इसके पूर्वांचल तक पहुंचने में संदेह है। लेकिन, हवाओं का रुख बदला तो मौसम का रुख बेहतर हो सकता है। वहीं दूसरी ओर मौसम विभाग की ओर से दूसरे पखवारे में मौसम का रुख बदलने का संकेत है। इसकी वजह से तापमान में कमी और बादलों की सक्रियता पूर्वांचल में हो सकती है। वहीं माह भर के बाद मध्य मई से प्री मानसूनी बादलों की सक्रियता नजर आने लगेगी और लोकल हीटिंग की वजह से बारिश का दौर भी हो सकता है।