उत्तर भारत में लोकल हीटिंग के बाद जल्द बूंदाबांदी के संकेत, वाराणसी में न्यूनतम तापमान में इजाफा

वाराणसी, इंटरनेट डेस्क। पूर्वांचल में मौसम का रुख माह भर से अधिक समय से तल्ख बना हुआ था। लेकिन, अब मौसम का रुख सामान्य होने की ओर है। मौसम विज्ञानी मान रहे हैं कि आने वाले दिनों में मौसम का रुख अब सामान्य होगा लेकिन गर्मी का असर बारिश के बाद उमस के रूप में परिवर्तित हो जाएगा। इसकी वजह से मौसम का रुख अधिक चुनौतीपूर्ण हो जाएगा। मौसम विभाग ने अगले चौबीस घंटों में बादलों की सक्रियता का अनुमान जाहिर किया है। इसकी वजह से मौसम का रुख और भी चुनौतीपूर्ण हो जाएगा। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में मौसम का रुख बादलों की ओर हो सकता है।
बीते चौबीस घंटों में अधिकतम तापमान 41.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से दो डिग्री अधिक रहा। न्यूनतम तापमान 25.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से तीन डिग्री अधिक रहा। आर्द्रता अधिकतम 36 फीसद और न्यूनतम 27 फीसद दर्ज की गई। मौसम विभाग की ओर से जारी सैटेलाइट तस्वीरों के अनुसार पूर्वोत्तर में बादलों की सक्रियता का दौर बना हुआ है। अगर पुरवा हवाओं का रुख बना रहा तो पूर्वांचल में बूंदाबांदी का दौर शुरू हो सकता है। माना जा रहा है कि अब पुरवा हवाओं का ही दौर शुरू होने की संभावना है। यही हवाएं दो माह के भीतर मानसूनी सक्रियता भी लेकर आएंगी।
तापमान में कमी आने के बाद से लोकल हीटिंग का असर भी कम होता जा रहा है। उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में मौसम का रुख सामान्य हो जाएगा। लेकिन गर्मियों का असर उमस के रूप में भी शुरू होगा। इसकी वजह से लोग खूब पसीना पसीना भी होंगे। पुरवाई चलने का क्रम भी शुरू हो चुका है। इसकी वजह से वातावरण में माह भर में नमी का असर आने लगेगा। बंगाल की खाड़ी से नमी पहुंचने के साथ ही उमस के स्तर में इजाफा होगा और बादलों की सक्रियता का क्रम भी मानसून आने तक रहेगा। हालांकि, उसके पूर्व लोकल हीटिंग होने के बाद बादलों की सक्रियता भी शुरू हो जाएगी।