उत्तर भारत में बादलों का डेरा, नमी का स्तर बढ़ा तो अब इस सप्ताह प्री मानसूनी बारिश की उम्मीद

वाराणसी, जागरण संवाददाता। पूर्वांचल में मौसम का रुख लगातार बदलाव की ओर होने के बीच शनिवार को तड़के से मौसम का रुख बदल गया है। तराई से लोकल हीटिंग के कारण बने बादल दक्षिण की ओर रुख किए तो उत्तर भारत में बादलों की सक्रियता का रुख नजर आने लगा। मौसम विज्ञानी मान रहे हैं कि आने वाले दिनों में मौसम का रुख बदलेगा और वातावरण में नमी का स्तर भी बढ़ जाएगा। माना जा रहा है कि बादलों की यह सक्रियता का रुख प्री मानसूनी है। ऐसे में अगर बंगाल की खाड़ी से पर्याप्त नमी मिली तो बूंदाबांदी हो सकती है।
सुबह आर्द्रता का स्तर 84 फीसद तक पहुंचने की वजह से बादलों की सक्रियता का रुख भी रहा और सुबह आठ बजे वाराणसी शहर सहित कई इलाकों में कुछ देर तक बूंंदाबांदी भी हुई। सुबह ठंडक का भी अहसास बना रहा और धूप छांव का खेल जारी रहने से लोगों को गर्मी और उमस से कुछ राहत भी मिली। माना जा रहा है कि अब बूंंदाबांदी के हालात बनते रहेंगे। इसकी वजह से लोगों को गर्मी से समय समय पर राहत मिलती रहेगी।
बीते चौबीस घंटों में अधिकतम तापमान 43.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से तीन डिग्री अधिक रहा। न्यूनतम तापमान 27.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से एक डिग्री अधिक रहा। आर्द्रता अधिकतम 36 फीसद और न्यूनतम 27 फीसद दर्ज की गई। मौसम विभाग की ओर से जारी सैटेेलाइट तस्वीरों के अनुसार पूर्वांचल सहित उत्तर भारत में बादलों की सक्रियता का रुख बना हुआ है। सुबह कई इलाकों में मामूली बूंदाबांदी भी दर्ज की गई। मौसम विभाग की ओर से जारी सैटेलाइट तस्वीरों के अनुसार बादलों की सक्रियता का रुख बना हुआ है। अगर लोकल हीटिंग और नमी में इजाफा हुआ तो बारिश भी हो सकती है।
मानसून की उत्तरी लिमिट में इजाफा भी शुक्रवार को मामूली तौर पर दर्ज किया गया अन्यथा मानसून लगभग तीन दिनों तक एक ही रेखा पर स्थिर हो गया था। अब मानसून ने भी तेजी पकड़ी है। ऐसे में दस दिनों में समुद्र तटीय इलाकों तमिलनाडु और केरल में मानसूनी सक्रियता का रुख इसी माह नजर आ सकता है। वहीं मानसून सक्रिय रहा तो माह भर के भीतर सोनभद्र के रास्ते पूर्वांचल में मानसून सक्रिय हो जाएगा। इसकी वजह से उत्तर भारत में तपिश से राहत भी मिलेगी। माना जा रहा है कि 15- 20 जून के बीच पूर्वांचल में मानसून इस बार दस्तक दे देगा।