अब खराब मौसम में भी विमानों की होगी लैंडिंग, अपग्रेड होगा वाराणसी एयरपोर्ट का इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम

वाराणसी, नौशाद खान : वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे का आइएलएस (इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम) को नई तकनीकी से अपग्रेड किया जा रहा है। इससे कम दृश्यता और खराब मौसम में भी विमानों की सुरक्षित लैंडिग हो सकेगी। यह आइएलएस कैटेगरी तीन का है जिससे शून्य दृश्यता पर भी विमान की सुरक्षित लैंडिंग में कोई परेशानी नहीं होगी। रनवे पर लगे लाइटिंग कैटेगरी एक की दूरी 420 मीटर है, जबकि कैटेगरी तीन की 900 मीटर दूरी तक दिखाई देगा। चार करोड़ रुपये में इस योजना को पूरा किया जा रहा है।
वाराणसी एयरपोर्ट के रनवे पर वर्ष 2006 में कैटेगरी एक का आइएलएस इंस्टाल किया गया था, जिसकी वैधता जुलाई- 2022 में समाप्त हो रही थी। वैधता अवधि समाप्त होने के पूर्व विमानपत्तन प्राधिकरण ने नई तकनीकी से आइएलएस लगा रहा है जिसका काम अप्रैल 2022 में शुरू हुआ है और जून में पूरा हो जाएगा। एयरपोर्ट अधिकारियों की मानें तो नागर विमानन मंत्रालय ने प्रदेश सरकार को पत्र लिखकर 107 एकड़ जमीन की मांग की है।
एयरक्राफ्ट के सुरक्षित लैंडिंग में इस उपकरण की बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका है तथा खराब मौसम में इसका उपयोग और भी बढ़ जाता है। इसका प्रचालन प्रारंभ हो जाने से एयरक्राफ्ट का संचालन और सुरक्षित एवं सुगम हो जाएगा। इस कार्य के लिए भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण नई दिल्ली इकाई से सहायक महाप्रबंधक दिलीप शाह के नेतृत्व में पांच सदस्यीय टीम बनारस दौरे पर है। यह टीम वाराणसी के संचार, सिविल एवं इलेक्ट्रिकल विभाग के अधिकारियों के सहयोग से आइएलएस उपकरण को शीघ्रता से स्थापित करने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। इस आइएलएस उपकरण की स्थापना का कार्य जून के प्रथम सप्ताह में पूरा हो जाएगा। इसके बाद इसकी टेस्टिंग एवं हवाई परीक्षण कर प्रचालन में लाने का मार्ग प्रशस्त होगा। एयरपोर्ट के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि नई तकनीकी से अपग्रेड हो रहे आइएलएस का कार्य दो माह में पूरा करने का लक्ष्य है।